दुनिया के टॉप-10 बिजनेसमैन में से एक मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी अपनी लग्जरी लाइफस्टाइल और शौक को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहती हैं। आज अपने स्टाइल को लेकर नीता दुनियाभर में मशहूर हैं। मध्यमवर्गीय परिवार से संबंध रखने वाली नीता अंबानी शुरुआत से ही अपनी पहचान बनाने के लिए जद्दोजहद कर रही थीं। एशिया के सबसे अमीर परिवार की बहू होने के बावजूद भी उनका यह जज्बा बिल्कुल भी कम नहीं हुआ।
मुकेश अंबानी से शादी के बाद जहां नीता अंबानी ने पढ़ाना जारी रखा। वहीं, इसी के साथ वह खुद भी वकील बनने की तैयारी कर रही थीं। हालांकि किसी वजह से उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी। इस बात का खुलासा नीता अंबानी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में किया था।
नीता अंबानी बनना चाहती थीं वकील: इंटरव्यू के दौरान नीता अंबानी ने बताया कि शादी के उन्होंने प्राइमरी कक्षा के छात्रों को पढ़ाना शुरू कर दिया था। उन्होंने बताया, “मैं खुद भी वकील की पढ़ाई कर रही थी। लेकिन उसी दौरान मेरे ससुर जी की तबियत खराब हो गई। जिसके बाद मैंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी।” उन्होंने बताया कि पातालगंगा स्कूल के बाद हमने जामनगर स्कूल शुरू किया। फिर मैंने सोचा, “अगर हम मुंबई में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे सकें तो यह बेहद ही अच्छा होगा।”
बता दें, नीता अंबानी ‘रिलायंस फाउंडेशन’ और ‘धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल’ की फाउंडर और चेयरपर्सन भी हैं।
स्कूल में एडमिशन के दौरान अपना फोन स्विच ऑफ कर लेती हैं नीता: धीरूभाई अंबानी स्कूल में जब भी एडमिशन का समय आता है तो नीता अपना फोन स्विच ऑफ कर लेती हैं। साथ ही वह लोगों से मिलना-जुलना भी कम कर देती हैं। इस बात का खुलासा खुद नीता ने एक इंटरव्यू के दौरान किया था।
नीता अंबानी ने बताया था कि स्कूल में एडमिशन के दौरान उनके पास सिफारिश के फोन आने शुरू हो जाते हैं। उनके लिए हर बच्चे को एडमिशन दे पाना मुश्किल है। इसलिए वह अपना फोन बंद कर लेती हैं। बता दें, फिल्म इंडस्ट्री के बड़े एक्टर्स के बच्चे भी धीरूभाई अंबानी स्कूल में ही पढ़ते हैं।