National Youth Day 2022: 12 जनवरी 1863 को बंगाल के कलकत्ता में माता भुवनेश्वरी देवी और पिता विश्वनाथ दत्त के घर जन्में नरेंद्रनाथ दत्त जो बाद में स्वामी विवेकानंद के नाम से जाने गए, मात्र 39 वर्ष 5 महीने और 24 दिन के जीवन में अगर उन्हीं के शब्दों में कहें तो 1500 वर्ष का कार्य कर गए। यह इसीलिए संभव हो सका क्योंकि वह मात्र प्रसिद्ध नहीं बल्कि सिद्ध थे।
स्वामी विवेकानन्द वेदान्त के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु थे। उनका वास्तविक नाम नरेन्द्र नाथ दत्त था। उन्होंने अमेरिका स्थित शिकागो में साल 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था। विवेकानंद जी का जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता में हुआ था।
स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन की स्थापना की, जो आज भी भारत में सफलता पूर्वक चल रहा है। आपको बता दें कि स्वामी विवेकानंद बचपन से ही बड़ी जिज्ञासु प्रवृत्ति के थे। 1902 में 4 फरवरी को ध्यान की अवस्था में ही वो परलोक सिधार गए। भारत सरकार ने सन् 1984 में 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में घोषित किया ताकि युवा उनके विचारों से प्रेरणा ले सकें। स्वामी विवेकानंद के अनमोल वचनों को अपनों से शेयर करें। यहां से लें ट्रेंडिंग और बेहतरीन कोट्स और मैसेज-
1. “उठो, जागो और लक्ष्य पूरा होने तक मत रुको।” – स्वामी विवेकानंद अमर रहें
2. “जो किस्मत पर भरोसा करते हैं वो कायर हैं, जो अपनी किस्मत खुद बनाते हैं वो मज़बूत हैं।” – स्वामी विवेकानंद को नमन
3. “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाये।” – स्वामी विवेकानंद को नमन
4. “धन्य हैं वह लोग जिनके शरीर दूसरों की सेवा करने में नष्ट हो जाते हैं।”- स्वामी विवेकानंद
5. “हम जैसा सोचते हैं बाहर की दुनिया बिलकुल वैसी ही है, हमारे विचार ही चीजों को सुंदर और बदसूरत बनाते हैं। सम्पूर्ण संसार हमारे अंदर समाया हुआ है, बस जरूरत है तो चीजों को सही रोशनी में रखकर देखने की।” – स्वामी विवेकानंद
6. “जब तक जीना, तब तक सीखना, अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है।” – स्वामी विवेकानंद
7. “जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते हैं तब तक आप भगवान पर विश्वास नहीं कर सकते।” – स्वामी विवेकानंद