National Safety Day 2024 Date, Theme: हमारे देश भारत में हर साल 4 मार्च से लेकर 10 मार्च तक राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (National Safety Day) मनाया जाता है। इस खास दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य दुर्घटनाओं को रोकना और अलग-अलग क्षेत्रों में सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाना है। नेशनल सेफ्टी डे सुरक्षा प्रोटोकॉल के महत्व पर जोर देता है। इसी कड़ी में 4 मार्च के दिन से सप्ताह भर लोगों को सुरक्षा को लेकर जागरूक किया जाता है। लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने की जरूरत क्यों पड़ी और इस दिन को मार्च के महीने में ही क्यों मनाया जाता है? आइए जानते हैं राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के इतिहास, महत्व और थीम के बारे में।

4 मार्च से ही क्यों मनाया जाता है नेशनल सेफ्टी डे?

दरअसल, साल 1966 में मार्च महीने की 4 तारीख को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (National Safety Council) की स्थापना की गई थी। इसके बाद साल 1972 में पहली बार 4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया गया और तभी से हर साल इस दिन से एक हफ्ते के लिए नेशनल सेफ्टी डे मनाया जाता है। यानी ये दिन राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना की भी याद दिलाता है।

बता दें कि नेशनल सेफ्टी काउंसिल एक गैर सरकारी और गैर लाभकारी संगठन के रूप में काम करता है। साल 1966 में मुंबई सोसायटी अधिनियम के तहत इस संगठन की स्थापना की गई थी, जिसमें करीब आठ हजार सदस्यों को शामिल किया गया था। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सड़क सुरक्षा, मानव स्वास्थ्य सुरक्षा और पर्यावरण सुरक्षा से संबंधित सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में जागरूकता बढ़ाने का काम करता है।

क्या है महत्व?

गौरतलब है कि दुर्घटना कभी भी और कहीं भी हो सकती है। हालांकि, जरा सी सावधानी अपनाकर या संभावित दुर्घटना के बारे में जानते हुए उससे बचा जा सकता है। इसी कड़ी में अलग-अलह सेक्टरों में दुर्घटनाओं में कमी लाने और सुरक्षा बढ़ाने को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। इस दौरान हर क्षेत्र में लोगों को सेफ्टी से जुड़ी बातें बताई जाती हैं। खासकर इंडस्ट्रियल एक्सीडेंट से बचने के तरीके और इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताया जाता है। इसके लिए अलग-अलग जगहों पर हफ्ते भर कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

4 मार्च से लेकर 10 मार्च तक राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर अलग-अलग गतिविधियों जैसे वाद-विवाद प्रतियोगिता, सेमिनार, सुरक्षा संदेश के पोस्टर, स्लोगन, निबंध प्रतियोगिता, सुरक्षा पुरुस्कार वितरण, बैनर प्रदर्शनी, नाटक, गीत आदि के माध्यम से लोगों को सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के मुद्दो पर जागरूक किया जाता है।

क्या है इस साल का थीम?

हर साल राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के लिए थीम चुनी जाती है, जिसे राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ही तय करता है। वहीं, इस साल की थीम ‘ईएसजी उत्कृष्टका के लिए सुरक्षा नेतृत्व’ (Safety Leadership for ESG Excellence) है। ईएसजी का यहां पर्यावरण, सामाजिक और शासन (Environmental, Social and Governance) अर्थ है।