प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों अपनी मां हीराबेन के जन्मदिन के अवसर पर एक ब्लॉग लिखा था, जिसमें अपने बचपने और मां से जुड़ी बातें साझा की थी। इसी ब्लॉग में उन्होंने अपने बचपन के दोस्त अब्बास का जिक्र किया था, जो उन्हीं के घर रहकर पढ़ाई करते थे। पीएम ने लिखा था कि हीराबेन अपने बच्चों की तरह अब्बास की देखभाल करती थीं और ईद पर उनके पसंद का पकवान आदि बनाया करती थीं।
आपको बता दें कि अब्बास फूड एंड सप्लाई विभाग में कार्यरत थे और कुछ महीने पहले ही सेवानिवृत्त हुए हैं। उनके दो बेटे हैं। बड़ा बेड़ा गुजरात के कासीम्पा में ही रहता है। वहीं, छोटा ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में। अब्बास भी अब अपने छोटे बेटे के पास सिडनी ही शिफ्ट हो गए हैं। पिछले दिनों पीएम मोदी के सबसे छोटे भाई पंकज ने इंडियन एक्सप्रेस को अब्बास से जुड़ी तमाम बातें साझा की थीं। उन्होंने बताया था कि अब्बास के पिता और मेरे पिता दोस्त थे। उनके गांव में कोई हाईस्कूल नहीं था इसीलिये अब्बास को हम अपने साथ लाए थे। उन्होंने यहीं रहकर अपनी पढ़ाई पूरी की थी।
अब्बास ने हाल ही में दैनिक भास्कर को दिये एक इंटरव्यू में पीएम की बातों की पुष्टि करते हुए हीराबेन का जिक्र किया और बताया कि किस तरह वो उनका ख़्याल रखती थीं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने उन्हें याद किया, ये उनके लिए फ़ख्र की बात है। वे कहते हैं कि साल 2014 में जब मैं हज करने गया था तो वहां से खासतौर पर हीराबा के लिए जन्नतुल फिरदौस इत्र और जमजम का पवित्र पानी लाया था। इस पर वो बहुत खुश हुई थीं।
नरेंद्र मोदी से कम ही मिलना हुआ: अब्बास ने कहा कि मोदी के सबसे छोटे भाई पंकजभाई और वो साथ ही पढ़ा करते थे। जब मैं हीराबेन के घर पढ़ने के लिए शिफ्ट हुआ था तो नरेंद्र मोदी उससे काफी पहले से ही घर पर नहीं रहते थे, इसलिये उनसे बहुत ज्यादा मिलना-जुलना नहीं हो पाया। हां…पंकज भाई हाल ही में मुझसे मिले थे और हमारी बातचीत होती रहती है।
