रिलयांस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और उनका परिवार अक्सर सुर्खियों में रहता है। हालांकि, आपको ये जानकर हैरान होगी कि एशिया के सबसे अमीर और दुनिया के खरबपतियों में शुमार मुकेश अंबानी के बच्चे कॉलेज जाने के लिए पब्लिस ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल किया करते थे। स्कूल के दिनों में भी उन्हें बेहद ही कम पॉकेट मनी मिला करती थी।

दरअसल, नीता अंबानी शुरुआत से ही अपने बच्चों की पढ़ाई को लेकर काफी स्ट्रिक्ट हुआ करती थीं। मुकेश अंबानी के तीनों बच्चों ने विदेशों में पढ़ाई की है। ईशा अंबानी ने येल यूनिवर्सिटी और स्टेनफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस से पढ़ाई की तो वहीं आकाश और अनंत ने ब्राउन यूनिवर्सिटी से। हालांकि, विदेश में रहने के बावजूद भी मुकेश अंबानी के तीनों बच्चे अपने कॉलेज जाने के लिए बस का इस्तेमाल किया करते थे।

स्कूल के दिनों में भी मिलती थी केवल 5 रुपये की पॉकेट मनी: नीता अंबानी स्कूल के समय से ही अपने बच्चों की पढ़ाई को लेकर काफी स्ट्रिक्ट हुआ करती थीं। नीता एक भी दिन का स्कूल बच्चों को नहीं छोड़ने देती थीं। खरबपति होने के बावजूद भी वह अपने बच्चों को केवल 5 रुपये ही पॉकेट मनी दिया करती थीं। जानिये मुकेश अंबानी के परिवार से जुड़े 5 सिक्रेट्स

idiva को दिए एक इंटरव्यू में नीता अंबानी ने अपने बच्चों के स्कूल का एक किस्सा याद करते हुए बताया था, “जब मेरे बच्चे स्कूल जाते थे तो मैं उनको हर शुक्रवार 5 रुपये देती थी, जिससे वह स्कूल कैंटीन में खाना खाते थे। एक वक्त की बात है जब मेरा बेटा अनंत दौड़ कर मेरे पास आया और बोला कि 10 रुपये चाहए। जब मैंने सवाल पूछा क्यों? तो वो बोला- स्कूल के दोस्त मेरा मजाक उड़ाते हैं। कहते हैं सिर्फ 5 रुपये लाता है, तू अंबानी है या भिखारी।”

नीता अंबानी ने कहा था कि अनंत की बात सुनकर मुझे काफी बुरा लगा था। उन्होंने इंटरव्यू में बताया था, “मैं अपने बच्चों को आम बच्चों की तरह ही रखना चाहती थी। इसलिए मैंने कभी उन्हें अमीर होने का एहसास नहीं कराया।” नीता अंबानी और मुकेश अंबानी ने अपने बच्चों को कभी भी अमीर होने का एहसास नहीं होने दिया। इसलिए आकाश, अनंत और ईशा की परविश की आज हर कोई तारीफ करता है।