बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में लालू प्रसाद यादव के राज की कई लोग प्रशंसा करते हैं तो विपक्षी पार्टियां इसे ‘जंगल राज’ का नाम देती हैं। लालू प्रसाद यादव से जुड़े कई किस्से काफी चर्चित हैं। एक ऐसी ही घटना साल 2013 में हुई थी जब लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में तैनात डीएसपी रैंक के अधिकारी उनके पैर धोते नजर आए थे। हुआ ये था कि लालू की पार्टी का झारखंड के कुछ इलाकों में दबदबा है और वह यहां एक मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे तो उनके समर्थक भी यहां भारी संख्या में पहुंचे थे। जहां डीएसपी उनके पैरों पर पानी डालते नजर आए थे।
चारा घोटाले में दोषी ठहराए जाने के बाद लालू प्रसाद यादव झारखंड के रामगढ़ जिले के रजप्पा इलाके में बने मां छिन्न मस्तिका मंदिर पहुंचे थे। यहां वह मंदिर में दर्शन करने के लिए अंदर जाने ही वाले थे कि डीएसपी अशोक शर्मा भागकर आते हैं और मंदिर परिसर में प्रवेश करने से पहले उनके पैरों पर पानी डालने लगते हैं। लालू यादव अपने पैर खुद ही धोना चाहते थे और वह जैसे ही नजदीक पड़ी एक बाल्टी के पास गए तो अशोक शर्मा ने खुद आकर वहां उनके सेवा करना शुरू कर दिया था। ये पूरी घटना वहां मौजूद पत्रकारों के कैमरों में कैद हो गई थी।
पुलिसकर्मी चप्पल हाथ में उठाकर घूम रहा था: विदेशी अखबार डेली-मेल में छपी खबर के मुताबिक, दूसरी तरफ लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में तैनात एक पुलिसकर्मी उनकी चप्पलों का ध्यान रखता हुआ भी नजर आया था। पुलिसकर्मी ने अपने हाथ में लालू यादव की चप्पलें पकड़ी हुई थीं। दरअसल मंदिर के बाहर चप्पल जमा करवाने की सुविधा नहीं थी। इसलिए वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में पुलिसकर्मी ने चप्पल ही अपने हाथ में ले ली थी कि कोई उनकी चप्पल न उठाकर ले जाए।
क्या बोले थे डीएसपी अशोक शर्मा: जब अशोक शर्मा से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने ऐसा कुछ करने से इनकार कर दिया। लेकिन जब उन्हें बताया गया कि वह ऐसा करते हुए कैमरे में कैद हो गए हैं तो उन्होंने कहा कि वह लालू के लिए नहीं बल्कि मंदिर के लिए सेवा कर रहे थे। उन्होंने कहा था, ‘मैं पुलिसकर्मी होने के साथ माता छिन्न मस्तिका का भी बहुत बड़ा भक्त हूं। इसलिए मैंने माता की सेवा की थी न कि लालू प्रसाद यादव की। मैं लालू यादव जी को बहुत पहले से जानता हूं इसलिए उन्हें पानी चाहिए था और मैंने उनके पैर पर डाल दिया।’