Lal Bahadur Shastri Jayanti 2019 Updates: जवाहर लाल नेहरु के बाद लाल बहादुर शास्त्री देश के दूसरे पीएम हुए और उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध के दौरान देश की अगुवाई की थी। बता दें कि 2 अक्टूबर को देश की महान विभूतियों ने जन्म लिया था। एक को हम अहिंसा के पुजारी यानी की महात्मा गांधी के तौर पर जानते हैं तो दूसरे को ‘जय जवान जय किसान’ की अलख जगाने वाले पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के नाम से जानते हैं। आज (2 अक्टूबर) दोनों की जयंती है। बता दें कि शास्त्रीजी का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को हुआ था। देश में आज भी लोग उनकी उनकी सादगी और विनम्रता की चर्चा होती है।
15 अगस्त 1947 को आजादी के समय लाल बहादुर शास्त्री को नेहरू सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था वो देश के पहले पुलिस-परिवहन मंत्री बने थे। उन्हीं के कार्यकाल में देश में पहली बार किसी महिला को बस कंडक्टर के पद पर नियुक्त किया गया था। लाठीचार्ज की जगह वाटरकैनन का इस्तेमाल उन्हीं का आइडिया था। लाल बहादुर शास्त्री मरणोपरांत देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ पाने वाले पहले व्यक्ति थे।
शास्त्री जी ने दुग्ध उत्पादन और उसकी सप्लाई को बढ़ाने के महत्व को समझाया था। उन्होंने श्वेत क्रांति को भी बढ़ावा दिया था। नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड का गठन 1965 में किया गया था। बताया जाता है कि शास्त्री जी के पास आधिकारिक इस्तेमाल के एक शेवरले इंपाला कार थी, जिसे एक बार उनका बेटा चला रहा था। जब शास्त्री जी को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने ड्राइवर से पूछा और कार के मीटर में दूरी जांचने के लिए कहा। इसके बाद सरकार के खाते में उतनी राशि जमा करवाई।
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बताया जाता है कि शास्त्री जी के पास आधिकारिक इस्तेमाल के एक शेवरले इंपाला कार थी, जिसे एक बार उनका बेटा चला रहा था। जब शास्त्री जी को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने ड्राइवर से पूछा और कार के मीटर में दूरी जांचने के लिए कहा। इसके बाद सरकार के खाते में उतनी राशि जमा करवाई।
लाल बहादुर शास्त्री मरणोपरांत देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' पाने वाले पहले व्यक्ति थे।
शास्त्री जी ने दुग्ध उत्पादन और उसकी सप्लाई को बढ़ाने के महत्व को समझाया था। उन्होंने श्वेत क्रांति को भी बढ़ावा दिया था। नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड का गठन 1965 में किया गया था।
15 अगस्त 1947 को आजादी के समय लाल बहादुर शास्त्री को नेहरू सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था वो देश के पहले पुलिस-परिवहन मंत्री बने थे। उन्हीं के कार्यकाल में देश में पहली बार किसी महिला को बस कंडक्टर के पद पर नियुक्त किया गया था। लाठीचार्ज की जगह वाटरकैनन का इस्तेमाल उन्हीं का आइडिया था।
1965 की जंग में अमेरिका के राष्ट्रपति ने शास्त्री जी पर दबाव बनाया कि उनको पाकिस्तान के साथ चल रहे युद्ध को एकतरफा रोक देना चाहिए लेकिन इसे शास्त्री जी ने नहीं माना था। अमेरिका के मुताबिक, युद्ध नहीं रुका तो गेहूं का निर्यात बंद कर दिया जाएगा, लेकिन शास्त्री जी ने कोई परवाह नहीं की।
"लोगों को सच्चा लोकतंत्र या स्वराज कभी भी असत्य और हिंसा से प्राप्त नहीं हो सकता है। कानून का सम्मान किया जाना चाहिए ताकि हमारे लोकतंत्र की बुनियादी संरचना मजबूत बनें।"
बताया जाता है कि कार लेने के कुछ समय बाद ही शास्त्रीजी का निधन हो गया। जिसके बाद उनकी पत्नी ललिता शास्त्री लोन की किस्तें भरी।
पीएम नरेंद्र मोदी ने आज संसद में महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि दी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और अन्नाद्रमुक नेता एम थंबीदुरई भी उपस्थित थे।
एक किस्सा काफी प्रचलित है कि जब पीएम बनने के बा डंके परिवार वालों ने उनसे कार लेने की बात कही तब उन्होंने पीएनबी बैंक से आम लोगों की तरह 5 हजार रुपए का लोन लेकर कार खरीदी थी। उस वक्त कार की कीमत 12 हजार थी। बताया जाता है कि जब शास्त्रीजी कार का लोन चुकाने से पहले ही स्वर्गवास हुआ तब उनकी पत्नी कार की ईएमआई देती रहीं।
दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह गांधी संकल्प यात्रा में शामिल हुए। वो शालीमार बाग़ में कर रहे हैं यात्रा की अगुवाई कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने वीडियो ट्वीट कर लिखा- ‘जय जवान जय किसान’ के उद्घोष से देश में नव-ऊर्जा का संचार करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी को उनकी जयंती पर शत-शत नमन।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने विजय घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि दी।
विजय घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि देने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी मौजूद।
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने विजय घाट जाकर लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पीएम मोदी ने विजय घाट पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा- पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर उनकी स्मृति को नमन। वे भारत के एक महान पुत्र थे, जिन्होंने हमारे देश की पूरी लगन और समर्पण के साथ सेवा की। उनकी सादगी, सत्यनिष्ठा और साहसिक नेतृत्व आज भी पूरे देश के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है।