हाई ब्लड प्रेशर को साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है। इस बीमारी के लक्षण शुरुआत में दिखना मुश्किल होते हैं क्योंकि ये कई वर्षों के दौरान विकसित होते हैं। ब्लड प्रेशर का बढ़ना और कम होना दोनों सेहत के लिए नुकसानदायक है। ब्लड प्रेशर बढ़ने पर बॉडी में उसके कुछ संकेत दिखना शुरू हो जाते हैं। बीपी हाई होने पर सांस फूलना,पेशाब में खूना आना,चक्कर आना,छाती में दर्द,आंखों की रोशनी धुंधनी होना,सिरदर्द और नाक से खून आने जैसे लक्षण दिख सकते हैं।
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (एनसीबीआई) के अनुसार दुनिया भर में अनुमानित 26 प्रतिशत आबादी या लगभग 972 मिलियन लोग हाई ब्लड प्रेशर के शिकार हैं। माना जा रहा है यह संख्या 2025 तक बढ़कर 29 प्रतिशत हो जाएगी। ब्लड प्रेशर बढ़ने का असर दिमाग, दिल, आंख और किडनी पर पड़ सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर स्ट्रॉक और किडनी फेल का कारण भी बन सकता है। आप भी हाई ब्लड प्रेशर के शिकार हैं तो तुरंत उसे कंट्रोल करने के लिए दवाई के साथ ही कुछ उपायों को भी अपनाएं। आयुर्वेद में ब्लड प्रेशर को असरदार तरीके से कंट्रोल करने के उपाय मौजूद हैं। आइए योग गुरू बाबा राम देव से जानते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर को कैसे कंट्रोल करें।
भ्रामरी प्राणायाम करें: ब्लड प्रेशर को जड़ से खत्म करना चाहते हैं तो भ्रामरी प्राणायाम करें। ये प्रणायाम तनाव को कम करता है और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। रोजाना भ्रामरी प्राणायाम को दोहराने से ब्लड प्रेशर, थायराइड, माइग्रेन और साइनस की समस्या से भी निजात मिलती है।
अनुलोम विलोम: बाबा रामदेव के मुताबिक अनुलोम-विलोम प्रणायाम करेंगे तो ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहेगा। याद रखें कि अनुलोम-विलोम प्रणायाम मध्यम गति से करें। तेज गति से करने से ब्लड प्रेशर बढ़ेगा कम नहीं होगा। ये योग लंग्स को हेल्दी रखता है और बॉडी में ऑक्सीजन का प्रवाह ठीक रखता है। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने के लिए लगातार मध्यम गति से अनुलोम विलोम का अभ्यास बेहद उपयोगी है।
भस्त्रिका प्राणायाम करें: ब्लड प्रेशर के मरीज BP कंट्रोल करने के लिए भस्त्रिका आसन को करें। याद रखें ये प्रणायाम भी मध्यम गति से करना है वरना बीपी कम होने के बजाए बढ़ सकता है। भस्त्रिका प्राणायाम करने के लिए सांस को 5 सेंकड में लें और 5 सेंकड में छोड़े। इससे आपका ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहेगा।
लौकी का जूस पीएं: अगर आपका ब्लड प्रेशर हाई रहता है तो आप लौकी के जूस का सेवन करें। लौकी में मौजूद प्रोटीन, विटामिन ए, सी, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम और जिंक मौजूद होता है जो खून के दबाव को कम करने में मदद करता हैं। लौकी का जूस बनाने के लिए आप लौकी के छोटे-छोटे टुकड़े कर लें और उसे मिक्सर में चलाएं। लौकी के साथ पुदीना और धनिया भी डालें और अच्छी-तरह से मिक्स करें। अब इस जूस में नींबू का रस मिलाकर सेवन करें। इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहेगा।