उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को सरकार ने मरणोपरांत पद्म विभूषण सम्मान से नवाजा है। इस पर कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि बाबू जी सभी समुदाय के नेता थे, ऐसे में उन्हें सम्मानित किए जाने से सभी समुदाय के लोग खुश हैं। यूपी चुनाव से पहले कल्याण सिंह की राजनीतिक विरासत संभाल रहे, संदीप कुमार सिंह की खूब चर्चा हो रही है।
कौन हैं संदीप कुमार सिंह?: संदीप कुमार सिंह, कल्याण सिंह के नाती और एटा से सांसद राजवीर सिंह के पुत्र हैं। संदीप ने एमए की पढ़ाई लीड्स बेकेट यूनिवर्सिटी यूके से की है। 2017 के विधानसभा चुनाव में वह अलीगढ़ के अतरौली सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बने और योगी सरकार में मंत्री भी बनाए गए। अब एक बार फिर उन्हें बीजेपी ने अतरौली से ही टिकट दिया है। 2022 में अतरौली से नामांकन के दौरान चुनाव आयोग को दिए संपत्ति के आंकड़ों और उम्र को लेकर वह इस वक्त चर्चाओं में हैं।
पांच साल में कई गुना बढ़ गई संपत्ति: संदीप कुमार सिंह ने 2017 में चुनाव आयोग को दी गई जानकारी में बताया था कि उनके पास 42,93,695 की रूपये चल संपत्ति और 12,00,000 रूपये की अचल संपत्ति है। 1,11,600 रूपये कैश की जानकारी भी उन्होंने दी थी। चल और अचल संपत्ति को मिलाकर 2017 में उनके पास कुल 54,93,695 रूपये की संपत्ति थी।
जबकि 2022 के विधानसभा चुनाव में चुनाव आयोग को दी गई जानकारी में संदीप कुमार सिंह ने बताया कि उनके पास 7,46,57,223 रूपये की चल संपत्ति और 7,00,00,000 की अचल संपत्ति है। चुनाव आयोग को दी गई जानकारी के अनुसार, उनके पास 2,70,500 रूपये नकदी भी है। चल और अचल संपत्ति को मिला दिया जाए तो संदीप कुमार सिंह की कुल संपत्ति लगभग14,46,57,223 रूपये तक पहुंच जाती है।
उम्र को लेकर भी हो रहा है विवाद: संदीप कुमार सिंह की उम्र को लेकर भी विवाद शुरू हो गया है। दरअसल संदीप कुमार सिंह ने 2017 विधानसभा चुनाव के वक्त अपनी उम्र 26 साल बताई थी जबकि 2022 विधानसभा चुनाव में चुनाव आयोग को दी गई जानकारी में अपनी उम्र 30 साल बताई है। ऐसे में सवाल ये उठाया जा रहा है कि क्या संदीप कुमार सिंह की आयु पांच साल में 4 वर्ष ही बढ़ी है?
योगी सरकार में मिली जिम्मेदारी: 2017 में अलीगढ के अतरौली विधानसभा सीट से जीतकर विधायक बने संदीप कुमार सिंह योगी सरकार में वित्त, प्राविधिक शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री बनाए गए। अब फिर से बीजेपी ने उन पर भरोसा जताते हुए अतरौली से ही टिकट दिया है।