5 Jharkhand Famous Food Recipes: बिहार से अलग होने के बाद आज ही के दिन यानी 15 नवंबर साल 2000 को झारखंड भारत का 28वां राज्य बना था। इसी दिन को पूरे प्रदेश में झारखंड स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है। वहीं, आज भगवान बिरसा मुंडा की जयंती भी है। इस राज्य में आदिवासी जनजातियां बहुसंख्यक हैं। ऐसे में अगर आप भी झारखंड जाने का प्लान कर रहे हैं तो हम इस लेख में झारखंड के फेमस फूड के बारे में बताएंगे। आप झारखंड जाकर इसका आनंद ले सकते हैं।

ढुस्का-छोला- Dhuska Chola

झारखंड के सबसे फेमस फूड में ‘ढुस्का-छोला’ भी शामिल है। इसको उड़द की दाल, चना दाल और चावल की मदद से तैयार किया जाता है। पहले इन तीनों को पीसकर एक पेस्ट बनाया जाता है और जब पेस्ट बन जाता है तो इसको तेल में तला जाता है। झारखंड के लोगों का यह सबसे पसंदीदा नाश्ता है, जिसके छोले के साथ खाया जाता है।

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ढक्कन छिलका रोटी: Chilka Roti

अगर आप झारखंड जा रहे हैं तो ढक्कन छिलका रोटी को खाना न भूलें। ढक्कन छिलका रोटी को अरवा चावल की मदद से बनाया जाता है। सबसे पहले इसको बनाने के लिए चावल को पीसा जाता है और इसके मैटर को रातभर छोड़ा जाता है। फिर सुबह कोयले की आंच पर मिट्टी के ढक्कन में बनाया जाता है। इसको बनाते समय खास ध्यान रखा जाता है कि यह पलता ही रहे। ढक्कन छिलका रोटी को आदिवासी लोग खाना काफी पसंद करते हैं।

आलू चोखा- Aloo Chokha

आलू चोखा को मसले हुए आलू से बनाया जाता है। इसको बनाने के लिए सबसे पहले आलू को उबाला जाता है। इसको बाद आलू को छिलके को निकालने के बाद  तले हुए प्याज और कुछ मसालों के साथ बनाया जाता है। आलू चोखे को चावल और रोटी के साथ खाया जाता है।

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बरहा

झारखंड के सबसे फेमस व्यंजनों में बरहा भी शामिल है। इसको चावल और उड़द दाल की मदद से बनाया जाता है। इसको भी बनाने के लिए रात में चावल का बैटर तैयार किया जाता है और उसको रात भर ढक कर रखा जाता है। सुबह में इसको तेल में तलकर बनाया जाता है। बरहा को मिक्स सब्जी या फिर नारियल की चटनी के साथ खाया जाता है।  

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 देसी पिठ्ठा- Desi Pitha

देसी पिट्ठा को झारखंड के लोग सबसे अधिक खाना पसंद करते हैं। इसको सर्दी के मौसम में बनाया जाता है। देसी पिट्ठा को चावल के आटे से तैयार किया जाता है। इसको बनाने के लिए सबसे पहले आटे को अच्छे से गुथा जाता है और फिर इसको गोला बनाकर इसके बीच खोया और गुड़ को डाला जाता है और अंत में इसको 15 से 20 मिनट तक स्टीम किया जाता है।