Jawaharlal Nehru Quotes, Speech, Thoughts in Hindi: पंडित जवाहरलाल नेहरू आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। उन्हें भारत के अलावा दुनिया भर में एक धर्मनिरपेक्ष और मानववादी राजनेता के रूप में जाना जाता है। पंडित नेहरू ने ताउम्र विश्व शांति और समाजवादी आदर्शों के लिए अपनी आवाज बुलंद की और हमेशा सिद्धांतों पर डटे रहे। उनके भाषणों में वक्तव्यों में भी इसकी झलक मिलती है। आजादी मिलने के बाद आधी रात को दिया गया उनका भाषण दुनिया भर में चर्चित है। ‘ट्रिस्ट विद डेस्टिनी’ नाम से दिये इस भाषण में पंडित नेहरू ने कहा था- ‘आधी रात की इस बेला में जब दुनिया सो रही है, हिंदुस्तान एक नई जिंदगी और आजादी के वातावरण में अपनी आंखें खोल रहा है। यह एक ऐसा पल है जो इतिहास में बहुत ही कम दिखाई देता है, जब हम पुराने युग से नए युग में प्रवेश करते हैं…’।
जब तक जिंदा हैं, तिरंगा झुकेगा नहीं: पंडित नेहरू कहते थे कि तिरंगा कभी नहीं झुकना चाहिए, भले ही हमारी जान चली जाए। दिसंबर 1929 के लाहौर अधिवेशन में भारत के राष्ट्रीय ध्वज को लेकर दिया उनका भाषण चर्चित है। इस भाषण में उन्होंने कहा था- ‘आपको याद रखना है कि अब यह झंडा फहरा दिया गया है और जब तक एक भी हिंदुस्तानी मर्द, औरत, बच्चा जिंदा है, तब तक यह तिरंगा झुकना नहीं चाहिए’।
अल्पसंख्यकों को लेकर क्या राय थी? पंडित नेहरू सभी वर्ग के साथ बराबरी के व्यवहार के पक्षधर थे। अल्पसंख्यकों को लेकर उनका एक भाषण चर्चित है। इसमें उन्होंने साफ-साफ कहा था-, ‘हम जिस तरह का व्यवहार अपने बहुसंख्यक समाज के साथ करते हैं, वैसा ही व्यवहार अल्पसंख्यकों के साथ भी करेंगे’।
पंडित नेहरू के ये कोट्स हैं चर्चित:
1. नागरिकता देश की सेवा में होती हैं |
-पं. जवाहर लाल नेहरू
नेहरू जी को शत-शत नमन
2. संस्कृति मन और आत्मा का विस्तार है |
-पं. जवाहर लाल नेहरू
नेहरू जी को शत-शत नमन
3. एक सिद्धांत को वास्तविकता के साथ संतुलित किया जाना चाहिए।।
-पं. जवाहर लाल नेहरू
नेहरू जी को शत-शत नमन
4. कार्य के प्रभावी होने के लिए उसे स्पष्ठ लक्ष्य की तरफ निर्देशित किया जाना चाहिए।।
-पं. जवाहर लाल नेहरू
नेहरू जी को शत-शत नमन
5. संकट के समय हर छोटी चीज मायने रखती है।।
-पं. जवाहर लाल नेहरू
नेहरू जी को शत-शत नमन
6. तथ्य तथ्य हैं और आपके नापसंद करने से गायब नहीं हो जायेंगे।।
-पं. जवाहर लाल नेहरू
नेहरू जी को शत-शत नमन
7. असफलता तभी आती है जब हम अपने आदर्श, उद्देश्य, और सिद्धांत भूल जाते हैं।।
-पं. जवाहर लाल नेहरू
नेहरू जी को शत-शत नमन