IVF and Surrogacy: मां बनने के सुख की अनुभूति हर महिला के लिए खास होती है। मगर कई बार गर्भ धारण करने में दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है। ICMR की एक रिपोर्ट के अनुसार इस समय आम होती स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है निः संतानता या फिर इन्फर्टिलिटी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश में 10 से 15 फीसदी दंपति इन्फर्टिलिटी के शिकार होते हैं। सिर्फ आम ही नहीं बल्कि खास लोग भी इस परेशानी से जूझ चुके हैं। नीता अंबानी से लेकर गौरी खान तक कई मशहूर महिलाएं ने मां बनने के लिए IVF का सहारा लिया है।

ये चर्चित हस्तियां IVF की मदद से बन चुकी हैं मां: एक मैगज़ीन को दिये गए इंटरव्यू में मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी ने बताया था कि वो और उनके जुड़वा भाई आकाश का जन्म IVF प्रक्रिया के जरिये हुआ है। बता दें कि मुकेश और नीता की शादी के 7 सालों तक उन्हें बच्चा नहीं हुआ था। वहीं, शाहरुख के सबसे छोटे नवाबजादे अबराम का जन्म सरोगेसी के जरिये हुआ है। इसके अलावा, आमिर खान और किरण राव ने अपने बेटे आजाद के जन्म के लिए भी सरोगेसी का सहारा लिया था। बता दें कि एक्ट्रेस लीज़ा रे की दोनों बेटियों का जन्म भी सरोगेसी के माध्यम से हुआ है।

क्या है IVF ट्रीटमेंट: आईवीएफ यानी इन विट्रो फर्टिलाइजेशन आर्टिफिशियल तरीके से गर्भधारण करने का माध्यम है। इसके तहत जन्मे बच्चे को टेस्ट ट्यूब बेबी कहा जाता है। इस प्रणाली में महिला के अंडों को और मर्द के स्पर्म को लैब में एक साथ रखकर फर्टिलाइज किया जाता है। इसके उपरांत भ्रूण को गर्भ में स्थानांतरित कर दिया जाता है।

दो अलग प्रणाली है IVF और सरोगेसी: एक्सपर्ट्स की मानें तो आईवीएफ और सरोगेसी एक चीज़ें नहीं होती हैं। जहां पहली प्रक्रिया में फर्टिलाइजेशन भले ही लैब में होती है मगर उसे दोबारा उसी महिला के गर्भ में ट्रांसफर कर दिया जाता है। जबकि सरोगेसी में लैब में कृत्रिम तरीके से तैयार हुए भ्रूण को किसी अन्य महिला के गर्भाशय में स्थानान्तरित कर दिया जाता है। इसमें शुक्राणु तो पिता के ही होते हैं, मगर अंडा किसी भी महिला का हो सकता है।