प्रेग्नेंसी में महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस दौरान मां की सेहत पर भी बच्चे का विकास संभव होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान अक्सर डॉक्टर महिलाओं को कुछ चीजों को खाने से परहेज करने की सलाह देते हैं। कुछ चीजों की गर्म तासीर होती है जो प्रेग्नेंसी में गर्भपात का कारण बन सकती है डॉक्टर उनसे परहेज करने की सलाह देते हैं। महिलाओं को प्रेग्नेंसी में कुछ फल जैसे अनार और पपीता से परहेज करने के लिए कहा जाता है।

कुछ लोगों का मानना है कि प्रेग्नेंसी में आम से भी महिलाओं को परहेज करना चाहिए। आम खाने से शरीर में गर्मी से संबंधित समस्याएं पैदा हो सकती हैं या प्रेग्नेंसी में डायबिटीज जिसे जस्टेशनल डायबिटीज के नाम से जानते हैं उसका खतरा बढ़ सकता है। स्त्री रोग विशेषज्ञ और भ्रूण चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ दीप्ति जम्मी ने इंस्टाग्राम पर बताया है कि प्रेग्नेंसी में गर्भवती महिलाएं आम खा सकती हैं,लेकिन वो अधिक आम नहीं खाएं। आइए जानते हैं कि प्रेग्नेंसी में आम का सेवन महिला के स्वास्थ्य पर कैसा असर करता है।

प्रेग्नेंसी में आम का सेवन कैसे सेहत पर असर करता है?

डॉ. जम्मी ने बताया कि प्रेग्नेंसी में आम खाने के सेहत को अनगिनत फायदे होते हैं। ये एनीमिया को रोकने में मदद करता हैं, भ्रूण के विकास को बढ़ावा देता हैं, एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता हैं, हड्डियों और दांतों के विकास में मदद करता हैं, आम द्रव संतुलन बनाए रखता हैं और प्रीक्लेम्पसिया को रोकने में मददगार साबित होता हैं।

डॉ. जम्मी के अनुसार आम एंटीऑक्सीडेंट,पोषक तत्व और ऊर्जा का एक उत्कृष्ट स्रोत है। आम विटामिन सी से भरपूर होता हैं। एक कप आम के स्लाइस विटामिन सी की आपकी दैनिक खुराक को पूरा करते हैं। विटामिन सी ऊतकों की मरम्मत करने,इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाने, बच्चे की हड्डियों और दांतों के विकास के लिए आवश्यक है। आम विटामिन ए से भरपूर होता हैं। जन्म के समय विटामिन ए की कमी से शिशु की इम्युनिटी कम हो जाती है और श्वसन संक्रमण या दस्त जैसी कई जटिल स्थितियां पैदा हो जाती हैं।

आम का अधिक सेवन बॉडी पर कैसा असर करता है:

डॉ दीप्ति जम्मी ने सोशल मीडिया पर बताया कि अगर प्रेग्नेंसी में महिलाएं ज्यादा आम खाती हैं, तो आपको डिहाइड्रेशन और दस्त का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान जस्टेशनल डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है। इस दौरान महिला का वजन बढ़ सकता है और उसे एलर्जी हो सकती हैं।

मणिपाल हॉस्पिटल सरजापुर में सलाहकार – प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.ज्योति काला ने बताया कि प्रेग्नेंसी में आम निश्चित रूप से खाया जा सकता है। डॉ. काला ने कहा कि आम फाइबर से भी भरपूर होता है जो पाचन में सहायता करता है और गर्भावस्था में कब्ज को कम करता है। इसका ज्यादा सेवन करने से महिलाओं को परहेज करना चाहिए। खासकर उन महिलाओं को आम खाने से परहेज करना चाहिए जो जस्टेशनल डायबिटीज की शिकार होती हैं।