बढ़ता वजन लोगों के लिए सबसे बड़ी परेशानी है। देश और दुनिया में मोटापा के शिकार लोगों की संख्या में इज़ाफा हो रहा है। मोटापा एक ऐसी बीमारी है जिसे कंट्रोल करना बेहद जरुरी है। मोटापा कब बढ़ जाता है लोगों को इसका अहसास भी नहीं होता। कुछ लोगों का मानना है कि वो ज्यादा नहीं खाते सिर्फ पूरा दिन में तीन टाइम रोटी खाते हैं। आप जानते हैं कि रोटी का ज्यादा सेवन न सिर्फ आपका मोटापा बढ़ाता है बल्कि डायबिटीज मरीजों की शुगर को बढ़ाने में भी असरदार है। ज्यादातर लोग भारत में गेहूं के आटे से बनी रोटी खाते हैं। गेहूं के आटे से बनी रोटी में कैलोरी अधिक होती है जो मोटापा को तेजी से बढ़ाती है।
कुछ लोग गेहूं से बने आटे की रोटी दिन भर के खाने में खाते हैं, साथ ही वर्कआउट भी करते हैं, फिर भी उनका वजन कंट्रोल नहीं होता जिसका सबसे बड़ा कारण उनकी डाइट है। डाइट में साबुत अनाज से बनी रोटी का सेवन करने से न सिर्फ भूख शांत होती है बल्कि मोटापा भी कंट्रोल रहता है। आटे से बनी चपातियां आवश्यक कार्बोहाइड्रेट और एनर्जी देती हैं। कई तरह के आटे और उसका उपयोग करने से हमारा भोजन अधिक पौष्टिक होता है और बॉडी को ज्यादा पोषण भी मिलता है। आइए जानते हैं कि वजन कम करने के लिए कौन-कौन से आटे का सेवन करें।
चावल के आटे का करें सेवन
चावल का आटा दक्षिण भारत में प्रमुखता से इस्तेमाल होता है। इस आटे का इस्तेमाल डोसा और इडली जैसे पारंपरिक व्यंजनों में प्रमुखता से किया जाता है। वजन कम करने के लिए आप चावल के आटे का सेवन कई तरह के व्यंजन बनाने में कर सकते हैं।
बेसन के आटे का करें सेवन
बढ़ते वजन को कंट्रोल करना चाहते हैं तो आप चने के आटे से बनी रोटी का सेवन करें। बेसन एक खास तरह का आटा है जिसका सेवन बेसन की रोटी बनाकर, बेसन के पकौड़े बनाकर, बेसन की खांडवी बनाकर और कई तरह के खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसका सेवन करने से पेट लम्बे समय तक भरा रहता है और वजन तेजी से कंट्रोल रहता है।
बाजरे का आटा खाएं
हमारे देश में बाजरे का आटा बहुत ज्यादा इस्तेमाल होता है। बाजरे के आटे में फाइबर ज्यादा होता है जिसका सेवन करने से पेट लम्बे समय तक भरा हुआ रहता है। इसका सेवन करने से लोग ओवरईटिंग से बचते हैं और वजन कंट्रोल रहता है।
रागी का करें सेवन
वजन को कम करना चाहते हैं तो डाइट में रागी के आटे का सेवन करें। अमीनो एसिड और फाइबर से भरपूर ग्लूटेन फ्री आटा वजन कम करने में बेहद असरदार साबित होता है। इस आटे का सेवन करने से मोटापा कंट्रोल रहता है, पाचन दुरुस्त रहता है और एनर्जी के स्तर में भी सुधार होता है। कैल्शियम से भरपूर रागी का सेवन करने से हड्डियां मजबूत होती हैं। आयरन से भरपूर होने के कारण यह ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं के लिए मिल्क प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए भी फायदेमंद है।