वजाइनल इचिंग एक ऐसी परेशानी है जिसका शिकार अक्सर महिलाएं हो जाती हैं। वजाइनल इचिंग के मुख्य कारण है हार्मोनल बदलाव, प्रेगनेंसी, मेनोपॉज की वजह से भी वजाइनल इचिंग की परेशानी होती है। कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि वजाइनल इचिंग वजाइना में गुड बैक्टीरिया की संख्या में कमी होने की वजह से होती है। गुड बैक्टीरिया कम होने से वजाइनल इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है और वजाइनल इचिंग की परेशानी हो सकती है।
अक्सर वजाइना में इचिंग खुशबू वाले साबुन का इस्तेमाल करने से होती है। वजाइनल इचिंग एक यीस्ट संक्रमण है जिसके कारण वजाइना के आस-पास खुजली रहती है। हालांकि ये इचिंग एक्जिमा या किसी अन्य स्किन संक्रमण की वजह से भी हो सकती है।
वजाइनल इचिंग के अन्य कारण: वजाइनल इचिंग होने की कई और वजह भी हैं जैसे गंदे सैनिटरी नेपकिन का इस्तेमाल, साबुन का ज्यादा इस्तेमाल, टाइट पैंटी का इस्तेमाल और प्यूबिक एरिया में वैक्सिंग करने से भी इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आप भी वजाइना में होने वाली खुजली से परेशान हैं तो उसका इलाज आज से ही शुरू कर दें। आइए जानते हैं कि खुजली का इलाज कैसे करें।
- वजाइनल इचिंग से छुटकारा पाना चाहते हैं तो वजाइना की साफ-सफाई का खास ध्यान रखें। खुजली को दूर करने के लिए गुनगुने पानी में नमक मिलाएं और उससे वजाइना की सफाई करें, खुजली से राहत मिलेगी।
- वजाइनल इचिंग से निजात पाने के लिए आप आइस पैक से सिकाई करें। बर्फ से सिकाई करने के लिए आप टॉवल में बर्फ का टुकड़ा रखकर उससे प्रभावित जगह की सिकाई करें, तुरंत राहत मिलेगी।
- एलोवेरा जेल से करें वजाइनल इचिंग का इलाज। एलोवेरा में एंटीबैक्टीरियल, एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो जल्द खुजली से निजात दिलाते हैं।
- सेब का सिरका वजाइनल इचिंग से निजात दिलाने में बेहद असरदार है। एंटीफंगल गुणों से भरपूर सेब के सिरका का इस्तेमाल गुनगुने पानी में मिला कर कर सकते हैं। इस पानी से दिन में दो बार वजाइना की सफाई करें आपको खुजली से निजात मिलेगी।
- अगर वजाइनल इचिंग से परेशान रहते हैं तो कॉटन की पैंटी पहनें। कॉटन की पैंटी पहनने से स्किन पोर्स को सांस लेने में मदद मिलेगी और पसीना से भी निजात मिलेगी।