Nakali paneer ki pahchan: पनीर खाने में स्वादिष्ट तो होता ही है साथ ही पोषक तत्वों से भरपूर भी होता है। बाजार में अक्सर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) की जांच में मिलावटी पनीर पकड़ा जाता है। एफएसडीए के अधिकारियों के मुताबिक नकली पनीर को दूध के बजाए यूरिया, डिटर्जेंट, सिंथेटिक केमिकल, पाम ऑयल से तैयार किया जाता है।
इतना ही नहीं पनीर को चमकदार बनाने के लिए टिनोपाल और आला की भी मिलावट की जाती है। यह दोनों ही रासायनिक यौगिक हैं तो कपड़ों की सफेदी निखारने और ब्लीचिंग में काम आते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार यह पनीर शरीर के लिए धीरे-धीरे जहर का काम करता है। यह केमिकल आहार नली से ये आंतों में पहुंचते हैं। फिर खून में मिल जाते हैं। इससे लिवर और किडर में दिक्कत हो सकती है। इसलिए नकली पनीर से बचने के लिए आप कुछ उपायों के जरिए उसकी पहचान कर सकते हैं।
असली या नकली है पनीर कैसे करें पहचान?
पनीर की पहचान आप कुछ बेहद आसान तरीकों से कर सकते हैं। जैसे असली पनीर को जब आप हाथ से छूकर देखेंगे तो यह काफी मुलायत होता है। इसमें दूधिया महक होती है। पानी में जब इसका छोटा टुकड़ा डाल दिया जाए तो यह तैरता है। वहीं नकली पनीर की बात करें तो यह रबड़ जैसा होता है। इसको सुंघने पर केमिकल जैसी महकर आती है। पानी में डालने पर यह डूब जाता है। जब नकली पनीर को हाथ पर रगड़ा जाता है तो यह रबर जैसा महसूस होता है। हाथ से दबाने में चिपचिपा होता है। पानी में डूब जाता है। इतना ही नहीं जब नकली पनीर को हाथ से दबाया जाता है तो यह प्लास्टिक की तरह ऊपर आता है। गर्म पानी में अगर पनीर को डाला जाए तो नकली पनीर टूटने लगता है। यह तेल या चिपचिपी परत भी बना लेता है।
आयोडीन टेस्ट
अगर आप पनीर लेने से पहले टेस्ट करना चाहते हैं तो आयोडीन के जरिए इसे आसानी से कर सकते हैं। आयोडीन आपको किसी भी दवाई की दुकान पर मिल जाएगी। इसे पनीर पर आयोडीन टिंचर डाला जाता है तो असली पनीर रंग नहीं बदलेगा। वहीं नकली पनीर के साथ यह प्रक्रिया करने पर यह नीला या काला पड़ जाता है। नकली पनीर में स्टार्च होता है जिसकी वजह से वह रंग बदल लेता है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए एक्सपर्ट से जरूर परामर्श करें।

