जब भी हम कोई चीज खरीदते हैं, तो उसकी एक्सपायरी डेट सबसे पहले देखते हैं। यानी ये पहले ही पता कर लेते हैं कि उस चीज को आखिर कितने दिनों तक इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, इससे उलट हमारे घर में कई ऐसी चीजें भी मौजूद होती हैं, जिनका इस्तेमाल हम रोज सालों से करते आ रहे होते हैं। जैसे- क्या कभी आपने सोचा है कि आपके घर के दरवाजे के सामने पड़ा डोरमेट कितना पुराना है या आप कितने लंबे समय से एक ही पोछा का इस्तेमाल करते आ रहे हैं? अगर आपका जवाब नहीं है, तो ये आर्टिकल आप ही के लिए है।

यहां हम आपको बता रहे हैं कि आखिर डोरमेट से लेकर टूथब्रश, बेडशीट आदि तक रोज इस्तेमाल होने वाली ऐसी चीजों को कितने दिनों में बदल देना चाहिए।

डोरमेट

सबसे पहले बात डोरमेट की करें, तो समय के साथ इनमें धूल इक्ट्ठा होने लगती है। कई बार आप बाहर कि गंदी चप्पल लेकर डोरमेट पर चलते हैं। ऐसे में डोरमेट में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। इसके लिए एक्सपर्ट्स समय-समय पर इन्हें धोने की सलाह देते हैं। आम तौर पर, डोरमैट को हर दो साल में बदल देना चाहिए। हालांकि, सही परिस्थितियों में, एक डोरमैट तीन से पांच साल तक चल सकता है। हालांकि, अगर आपके डोरमेट का रंग फीका पड़ने लगा है, किनारे थोड़े खुरदरे लग रहे हैं या डोरमैट टूटने लग है, तो इस स्थिति में इसे तुरंत बदल दें।

टूथब्रश

दांतों की सफाई के लिए हम टूथब्रश का इस्तेमाल भी रोज करते हैं। वहीं, हम भारतीय एक टूथब्रश का उपयोग तब तक बंद नहीं करते हैं, जब तक कि उसके ब्रिसल्स पूरी तरह से खराब न हो जाएं। हालांकि, आपको बता दें कि ऐसा करना आपकी ओरल हेल्थ पर भारी पड़ सकता है।

हेल्थ एक्सपर्ट्स हर तीन से चार महीने में अपना टूथब्रश बदल देने की सलाह देते हैं। इससे अलग अगर आपको टूथब्रश के ब्रिसल्स ज्यादा घिसे हुए, कमजोर, मुड़े हुए, बीचे से टूटे हुए या बहुत पतले नजर आ रहे हैं, तो तुरंत इसे बदल दें। घिसे हुए टूथब्रश का उपयोग दांतों पर प्लाक और बैक्टीरिया को हटाने में कम प्रभावी हो सकता है, ऐसे में इससे दांतों की सफाई करना मौखिक स्वच्छता से समझौता करना साबित हो सकता है।

बेडशीट

लगातार कई दिनों तक एक ही बेडशीट पर सोने से आप कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कई दिनों तक बिछी रहने के चलते चादर पर हजारों की संख्‍या में डेड स्किन सेल्‍स, डस्ट, बॉडी फ्लूइड जैसे सलाइवा, तेल, पसीना आदि जम जाते हैं, जो संक्रमण की वजह बन सकते हैं। वहीं, जब आप इस चादर पर सोते हैं, तो इसमें मौजूद हजारों की संख्या में कीटाणु बॉडी के अलग-अलग अंगों पर हमला कर सकते हैं। इससे एक हेल्दी व्यक्ति को भी एलर्जी, एक्जिमा, अस्थमा, स्किन और बालों से जुड़ी आदि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

इन परेशानियों से बचे रहने के लिए एक्सपर्ट्स बेडशीट को हर 3 दिन में धोने की सलाह देते हैं। इससे अलग धोने के बाद भी एक्सपर्ट्स एक बेडशीट का 1 से 1.5 साल से अधिक इस्तेमाल न करने की सलाह देते हैं।

पोछा

घर की सफाई करने के लिए आप रोज पोछा लगाते हैं, ऐसे में समय के साथ पोछे में भी बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं। ऐसे में एक्सपर्ट्स हर दो महीने में कम से कम एक बार पोछा बदलने की सलाह देते हैं।

हेयर ब्रश

हेयर एक्सपर्ट्स बताते हैं, कंघी के ब्रिसल्स हल्के खुरदरे या कमजोर नजर आते ही इसे बदल देना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि ब्रिसल्स कमजोर होने या खुरदरे होने पर कंघी करते समय बाल अधिक टूटने लगते हैं या बीच से फटने लगते हैं। ऐसे में समय के साथ हेयर डैमेज बढ़ जाता है।

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Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।