पीरियड महिलाओं में होना वाला मासिक चक्र है जो हर महिला में अलग-अलग होता है। वैसे तो नॉर्मल पीरियड साइकिल 28 दिनों का होता है लेकिन ये अवधि कम और ज्यादा यानि 21 से 40 दिनों तक की हो सकती है। अगर 28 दिनों के बाद पीरियड नहीं आए तो उसे लेट माना जाता है। हालांकि कुछ दिनों का आगे-पीछे होने से कोई परेशानी नहीं होती। अगर पीरियड 40 दिनों बाद आए और हर महीने इस तरह की परेशानी हो तो उसे अनियामित पीरियड माना जाता है।
अनियामित पीरियड का सबसे बड़ा कारण हार्मोन्स में बदलाव और तनाव होना है। बढ़ता वजन और थॉयराइड भी अनियमित पीरियड का कारण बन सकता है। महिलाएं खान-पान और लाइफस्टाइल में बदलाव करके इस परेशानी का इलाज कर सकती हैं। आइए जानते हैं कि अनियामित पीरियड का इलाज कैसे करें।
पीरियड में कितनी दिनों की देरी है नॉर्मल?
पीरियड 28 दिनों के बाद आए तो नॉर्मल माना जाता है लेकिन 40 दिनों के बाद आए तो ये चिंता का विषय है। इर्रेगुलर पीरियड महिलाओं में कई बीमारियों का खतरा बढ़ा देता है। एक रिसर्च के मुताबिक अनियामित पीरियड से लीवर की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक अगर पीरियड्स 24 से 38 दिनों में आते हैं, तब भी वह नियमित माना जा सकता है।
अनियमित Period से बचने के टिप्स
- अनियामित पीरियड से परेशान हैं तो योग करें। योग तनाव को कम करता है और बॉडी को हेल्दी रखता है। योग करने से महिलाओं में बॉडी एक्टिव रहती है और मासिक धर्म में अनियामितता का उपचार होता है।
- वजन को कंट्रोल करें। बढ़ता वजन अनियामित पीरियड का कारण बनता है। वजन को कम करने के लिए आप जरूरी नहीं है कि जिम में घंटों वर्कआउट करें। आप वॉक और रनिंग करके भी वजन को कम कर सकते हैं।
- डाइट में कुछ फ्रूट का सेवन करने से भी आपको अनियामित पीरियड से राहत मिलेगी। डाइट में अनानास का सेवन इर्रेगुलर पीरियड को नॉर्मल करेगा। इसमें ब्रोमेलैन एंजाइम मौजूद होते हैं जो लाल और सफेद रक्त कोशिकाओं को बढ़ाकर ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है। इसका सेवन करने से इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग होती है।
- आप अनियमित पीरियड्स से परेशान हैं तो अजवाइन का सेवन करें। अजवाइन के बीज में एंटी-स्पास्मोडिक गुण मौजूद होते हैं जो पीरियड्स की अनियमितताओं को दूर करने में असरदार साबित होते हैं।