Hital R. Meswani and Nikhil R. Meswani: रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी पिछले करीब 44 साल से कंपनी के बोर्ड में शामिल हैं। देश के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी ने पिछले वित्त वर्ष में कंपनी से कोई वेतन नहीं लिया है। रिलायंस की ताजा वार्षिक रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख मिलता है कि साल 2020-21 में मुकेश अंबानी की सैलरी शून्य थी। बता दें कि 2019-20 फाइनेंशियल ईयर में उनकी सालाना सैलरी 15 करोड़ के लगभग थी। बताया जाता है कि निखिल और हितल मेसवानी का पारिश्रमिक उनसे अधिक है। आइए जानते हैं कौन ये दोनों भाई –

बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में हैं शामिल: रिलायंस इंडस्ट्री की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार हितल आर. मेसवानी और निखिल आर. मेसवानी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल हैं। ये दोनों ही कंपनी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। निखिल और हितल मेसवानी का पारिश्रमिक 24 करोड़ रुपये के लगभग है।

मुकेश अंबानी के पहले ‘बॉस’ के हैं बेटे: खबरों के अनुसार निखिल और हितल मेसवानी रसिकलाल मेसवानी के बेटे हैं। बता दें कि रसिकलाल मेसवानी रिलायंस कंपनी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। यही नहीं, रसिकलाल मुकेश अंबानी की बुआ के बेटे हैं, यानी निखिल और हितल मुकेश अंबानी के भतीजे हैं। निखिल मेसवानी 1986 में रिलायंस कंपनी का हिस्सा हैं। वहीं, साल 1990 में निखिल के छोटे भाई हितल ने भी कंपनी का हाथ थाम लिया।

कितने पढ़े-लिखे हैं दोनों भाई: निखिल मेसवानी पेशे से केमिकल इंजीनियर रहे हैं। वो कंपनी में कई अहम जिम्मेदारियां संभालते हैं। वहीं, छोटे भाई हितल जिन्होंने साल 1995 से कार्यकारी निदेशक के रूप में काम किया है, अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया से मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी में स्नातक किया है।

शादीशुदा हैं दोनों भाई: खबरों के अनुसार निखिल मेसवानी ने एलीना मेसवानी से शादी की है। वहीं, हितल मेसवानी की शादी बिजल मेसवानी से हुई है। हितल मेसवानी पेट्रोलियम, रिफाइनिंग और मार्केटिंग संबंधी बिजनेस में संलग्न हैं। बता दें कि गुजरात के हजीरा में स्थित वर्ल्ड क्लास पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स और रिलायंस जामनगर रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स के कामकाज भी उन्हीं के देखरेख में होते हैं।

कितनी है नीता अंबानी की सैलरी: रिलायंस कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की लिस्ट में नीता अंबानी का नाम भी शामिल है। नॉन-एक्जीक्यूटिव, नॉन इंडिपेंडेंट डायरेक्टर नीता अंबानी को प्रत्येक बैठक के लिए 8 लाख रुपये और 1.65 करोड़ रुपये का कमीशन मिला।