पौष्टिक और संतुलित आहार किसी भी व्यक्ति के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि क्रोनिक डिजीज और मोटापा का एक सामान्य कारण पोषण की कमी और खराब खान-पान जिम्मेदार है।
सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटिशियन तनवी तुतलानी ने कहा, “हमारी इम्युन प्रणाली को ठीक से काम करने और शरीर को बीमारियों और इम्युनोडेफिशिएंसी समस्याओं से बचाने के लिए विटामिन और मिनरल्स की आवश्यकता होती है।” विटामिन डी एक ऐसा महत्वपूर्ण माइक्रो न्यूट्रिएंट है जो सामान्य इम्यून कार्यप्रणाली, हड्डियों और दांतों के वृद्धि और विकास के बेहद आवश्यक है।
आगे उन्होंने बताया कि विटामिन डी की कमी के कारण मधुमेह, हृदय रोग, वजन बढ़ने, ऑटोइम्यून विकार, न्यूरोमस्कुलर रोग, फ्लू, ऑस्टियोपोरोसिस, कैंसर आदि बीमारियों के होने का खतरा रहता है। चूंकि हमें सूरज से प्राकृतिक रूप में विटामीन डी मिलता है, इसलिए इसे सनशाइन विटामीन डी के नाम से भी जाना जाता है। हालांकि, कुछ खाद्य पदार्थ हमारे शरीर को विटामिन डी पहुंचा सकते हैं।
मशरूम: मशरूम विटामिन डी2, डी3 और डी4 का एक प्रमुख स्रोत है। मनुष्यों की तरह ही मशरूम भी सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणों के संपर्क में आने पर विटामिन डी का संश्लेषण करते हैं। शरीर की विटामिन डी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए सप्ताह में कम से कम चार बार मशरूम को अपने आहार में शामिल करना चाहिए।
गाय का दूध: पाश्चुरीकृत गाय के दूध में आमतौर पर विटामिन डी होता है। इसकी मात्रा हर ब्रांड में भिन्न हो सकता है। अधिकांश दूध निर्माता दूध को अधिक पौष्टिक बनाने के लिए स्वेच्छा से दूध के प्रोसेसिंग के दौरान माइक्रो न्यूट्रिएंट तत्व डाल देते हैं। हालांकि, दूध में प्राकृतिक रूप से विटामिन डी नहीं होता है, लेकिन यह कैल्शियम से भरपूर होता है।
चीज: चीज दुनिया भर में सबसे अधिक पसंद किए जाने वाले खाद्य पदार्थों में से एक है। चीज में विटामिन डी की अच्छी मात्रा होती है। हालांकि, चीज में वसा भी होता है इसलिए सुनिश्चित करें कि पोषक तत्वों का संतुलन बनाए रखने के लिए यह कम मात्रा में हो।
फोर्टीफाइड योगर्ट: दही एक आसान और सुविधाजनक खाद्य पदार्थ है जो न केवल पेट के स्वास्थ्य के लिए बल्कि हड्डियों के लिए भी बहुत अच्छा है। फोर्टिफाइड दही का सेवन विटामिन डी की लगभग 10-20% दैनिक आवश्यकता को पूरा करने में मदद कर सकता है। हालांकि, कई तरह के योगर्ट में उच्च मात्रा में चीनी होती है, इसलिए इसका ध्यान रखें।
मक्खन: मक्खन में न केवल एंटीऑक्सिडेंट, खनिज, फैटी एसिड और जिंक होता है, बल्कि विटामिन डी भी होता है। एक चम्मच मक्खन के सेवन से लगभग विटामीन डी के दैनिक सेवन का 11% हिस्सा पूरा हो सकता है। अगर आप दिल की बिमारी से पीड़ित है तो मक्खन के सेवन से परहेज करें।