हाथरस केस में पीड़िता का शव आधी रात को आनन-फानन में जलाने, पत्रकारों को कवरेज से रोकने जैसे मुद्दों को लेकर स्थानीय प्रशासन की किरकिरी हो रही है। पीड़िता के परिवार से मिलने का प्रयास कर रहे विपक्षी नेताओं के साथ-साथ पत्रकारों के साथ भी बदसलूकी और धक्का-मुक्की की खबरें सामने आईं। प्रशासन की तरफ से मोर्चा संभाल रहे खासकर हाथरस के एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा पर तमाम आरोप लगे।
एक तरफ, तृणमूल कांग्रेस की सांसद प्रतिभा मंडल ने प्रेम प्रकाश मीणा पर धक्का देने, अभद्रता करने का आरोप लगाया और बाकायदा लिखित शिकायत भी दी। वहीं, वरिष्ठ पत्रकार चित्रा त्रिपाठी ने भी ट्विटर पर एक लंबी चौड़ी पोस्ट लिखकर मीणा पर अभद्रता और बदसलूकी का आरोप लगाया। हालांकि मीणा ने तमाम आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि मुझे कुछ सफाई नहीं देनी है। पीड़िता के परिवार को धमकाने और उनका मोबाइल छीनने की खबरों पर भी उन्होंने दो टूक कहा कि ये आरोप बेबुनियाद हैं।
कौन हैं प्रेम प्रकाश मीणा?: साल 2018 बैच के आईएएस अधिकारी प्रेम प्रकाश मीणा मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले हैं। वे हाथरस से पहले बस्ती जिले में एसडीएम के तौर पर तैनात थे। यहीं वे पहली बार चर्चा में आए। बस्ती में तैनाती के दौरान प्रेम प्रकाश मीणा की पहचान एक ऐसे अधिकारी के रूप में बनी जो मामलों का तुरंत निपटारा करता था।
बस्ती की हरैया तहसील में तैनाती के दौरान वे सीएचसी का निरीक्षण करने पहुंचे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएचसी जाने वाले मुख्य मार्ग पर उन्होंने अतिक्रमण देखा तो साथी अधिकारियों से इस बारे में जानकारी ली। पता लगा कि यह मामला करीब दो दशक से अटका पड़ा है। मीणा ने पहल की और 20 साल से जारी अतिक्रमण 20 मिनट में हट गया। अवैध कब्जा करने वालों को नोटिस भी जारी कर दिया और सुर्खियों में छा गए।
सोशल मीडिया पर रहते हैं एक्टिव: यूपीएससी में ऑल इंडिया 102 रैंक हासिल करने वाले प्रेम प्रकाश मीणा सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते हैं। इंस्टाग्राम पर उनके करीब साढ़े 16000 फॉलोअर हैं और 81 तस्वीरें-वीडियो शेयर की है। जिसमें वे एक्शन में दिखाई दे रहे हैं। ट्विटर पर मीणा के करीब साढ़े ग्यारह हजार फॉलोअर हैं और वे 99 लोगों को फॉलो करते हैं।
