विश्व स्तर पर, हम विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की उपलब्धियों का सम्मान करने के लिए 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाते हैं। यह उत्सव उन महिलाओं के व्यक्तित्व को स्वीकार करता है जिन्होंने अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। निश्चित रूप से, महिलाओं ने समाज और देश के कल्याण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मॉडर्न महिलाएं अब पुरुषों पर निर्भर नहीं हैं। वह हर पहलू में स्वतंत्र और आत्मविश्वासी हैं और पुरुषों के बराबर सब कुछ करने में सक्षम भी हैं। महिला दिवस के मौके पर स्कूल, कॉलेज या फिर ऑफिस में उन्हें फूल, गिफ्ट्स, चॉकलेट्स जैसी चीजों से सम्मानित किया जाता है। इसके अलावा महिला दिवस के खास मौके पर बेहतरीन कोट्स और मैसेजेज भेजकर उन्हें विश करें, साथ ही उन्हें स्पेशल फील करवाने के लिए उनके लिए कोई सरप्राइज प्लान करें-
1. नारी सृष्टिकर्ता की सर्वोत्तम कृति होती है; वह सृष्टि के सम्पूर्ण
सौन्दर्य को आत्मसात किए रहती है
– रवीन्द्रनाथ ठाकुर
महिला दिवस की आपको हार्दिक शुभकामनाएं
2. नारी की करूणा अंतर्जगत का उच्चतम विकास है जिसके बल
पर समस्त सदाचार ठहरे हुए हैं
– जयशंकर प्रसाद
हैप्पी विमेंस डे
3. किसी भी समाज की उन्नति उस समाज की औरतों की उन्नति से मापी जा सकती हैं।
– बी आर अम्बेडकर
महिला दिवस की आपको हार्दिक शुभकामनाएं
4. हर दुख दर्द सह कर वो मुस्कुराती है,
पत्थरों के दीवारों को औरत ही घर बनाती है।
हैप्पी विमेंस डे
महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
5. मुस्कुराकर, दर्द भूलकर
रिश्तों में बंद थी दुनिया सारी,
हर पग को रोशन करने वाली
वो शक्ति है एक नारी।।
महिला दिवस की शुभकामनाएं
6. आंचल में ममता लिए हुए,
नैनों से आंसु पिए हुए,
सौंप दे जो पूरा जीवन,
फिर क्यों आहत हो उसका मन।।
महिला दिवस की हार्दिक बधाई
7. नारी ही शक्ति है नर की
नारी ही है शोभा घर की,
जो उसे उचित सम्मान मिले,
घर में खुशियों के फूल खिले।।
महिला दिवस की हार्दिक बधाई
असमानता में जी रही
शब्दों से मिलती मुझे ताकत है,
कलम बस दो दो मेरे हाथ में,
बता दूं दुनिया को कि महिलाएं कितनी सशक्त हैं
अपने को कमजोर न समझो जननी हो सम्पूर्ण जगत की,
गौरव हो अपनी संस्कृति की आहट हो स्वर्णिम आगत की,
तुम्हे नया इतिहास देश का अपने कर्मो से रचना है
जिसने बस त्याग ही त्याग किए,
जो बस दूसरों के लिए जिए,
फिर क्यों उसको धिक्कार दो,
उसे जीने का अधिकार दो,
महिला दिवस की शुभकामनाएं
आया समय,
उठो तुम नारी!
युग निर्माण तुम्हें करना है
आजादी की खुदी नींव में
तुम्हें प्रगति पत्थर भरना है
देखने तेरे अलौकिक रूप को,
ये संसार अधीर खड़ा है।
दिखा अपना अदम्य साहस,
दानव महिषासुर फिर तेरे पीछे पड़ा है।
छोड़ दे अब यह मोह माया,
मिटा दे यह घनघोर निशा,
पलट दे इस जग की काया।
तिरे माथे पे ये आँचल बहुत ही