14 अप्रैल को असम के लोग बिहू सेलिब्रेट करते हैं। असम में इस त्योहार को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। इस त्योहार को किसान, मौसम की पहली फसल घर लाने की खुशी में मनाते हैं। इस दिन शबराई देवता को फसल भेंट कर उनकी पूजा की जाती है। बिहू के त्योहार को लेकर ऐसा माना जाता है कि इससे घर में सुख समृद्धि आती है। इस पर्व पर खास मिठाई पीठा देकर दोस्तों और रिश्तेदारों को बधाई दी जाती है और लोकगीतों पर लोकनृत्य की परंपरा निभाई जाती है। इस खास त्योहार के मौके पर आप अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को यह मैसेज, कोट्स और इमेजेज भेजकर बिहू पर्व की शुभकामनाएं दें सकते हैं।
Happy Rongali Bihu 2020 Wishes Images, Quotes, Messages, Status, Photos:
1. खुशियां आएं, सुख-समृद्धि आएं
घर आपके साक्षात भगवान पधारें
करके कृपा आप पर अपनी
हसरतें सारी आपकी पूरी करें
बिहू पर्व की खूब बधाई
2. नया दिन, नई सुबह
चलो मनाएं एक साथ
है यह बिहू त्योहार
दुआ करें रहें हम साथ साथ
3. छोटों को करो प्यार
बड़ों को दो सम्मान
यह संकल्प लेकर
मनाओ बिहू का त्योहार
4. नया सवेरा नई किरण के साथ
नया दिन प्यारी सी मुस्कान के साथ
आपको मुबारक हो त्योहार
ढेर सारी दुआओं के साथ
माघ बिहू की शुभकामनाएं।
5. पर्व की पावन बेला में
है यही शुभ संदेश हमारा
हर रोज आए आपके जीवन में
लेकर खुशियां विशेष
हैप्पी रोंगाली बिहू
6. पल पल से बनता है एहसास
एहसास से बनता है विश्वास
विश्वास से बनते हैं जहां के रिश्ते
और रिश्तों से बनता है आप जैसा खास
मुबारक हो आपको माघ का मास
7. नई उमंग है नई राह है
नई तरंग है नई चाह
नई खुशियों संग नई फसल
बिहू की खूब बधाई
इस पर्व की जो सबसे खास बात होती है वह यह कि इस दिन युवतियां अपनी पसंद के अनुरूप स्वेच्छा से अपने जीवन साथी का चुनाव करती हैं और फिर एक शुभ मुहूर्त पर उनकी पारंपरिक ढंग से शादी करवा दी जाती है। इसीलिए इसे बिहू को वैवाहिक पर्व के रूप में भी जाना जाता है। असम में सर्वाधिक शादियां इसी माह सम्पन्न होती हैं।
छोटों को करो प्यार
बड़ों को दो सम्मान
यह संकल्प लेकर
मनाओ बिहू का त्योहार
बिहू की शुभकामनाएं।
भोगाली या माघ बिहू के पहले दिन को उरुका कहते हैं। इस दिन लोग खुली जगह में धान की पुआल से अस्थायी छावनी बनाते हैं जिसे भेलाघर कहते हैं। इस छावनी के पास ही 4 बांस लगाकर उस पर पुआल एवं लकड़ी से ऊंचे गुम्बज जैसे का निर्माण करते हैं जिसे मेजी कहते हैं। गांव के सभी लोग यहां रात्रिभोज करते हैं।
बिहू शब्द दिमासा लोगों की भाषा से है। 'बि' मतलब 'पूछना' और 'शु' मतलब पृथ्वी में 'शांति और समृद्धि' है। यह बिशु ही बिगड़कर बिहू हो गया। अन्य के अनुसार 'बि' मतलब 'पूछ्ना' और 'हु' मतलब 'देना' हुआ।
भोगाली बिहू पौष संक्रांति के दिन अर्थात मकर संक्रांति के दिन या आसपास आता है। इसे भोगाली इसलिए कहा जाता है, क्योंकि इसमें भोग का महत्व है अर्थात इस दौरान खान-पान धूमधाम से होता है और तरह-तरह की खाद्य सामग्री बनाई और खिलाई जाती है।
त्यौहार के साथ ही असम के लोग नए साल की शुरुआत मानते हैं. यही वजह है कि इस दिन लोग पारंपरिक परिधान में पूरे जोश खरोश के साथ असम का पारंपरिक नृत्य 'बिहू' करते हैं. माघ बिहू अमूमन किसानों का त्यौहार माना जाता है. इस दिन किसान खेतों से फसलों की कटाई करते हैं और प्रकृति और ईश्वर से भविष्य में भी अच्छी पैदावार की कामना करते हुए धन्यवाद अदा करते हैं.
असम में बिहु पर्व अलग-अलग नामों से साल में तीन बार मनाते हैं. उदाहरण के लिए अप्रैल में यह पर्व रोंगाली और बोहाग के नाम से, अक्टूबर में कंगाली और काती के नाम से, तथा जनवरी में भोगाली और माघ बिहू के नाम से सेलीब्रेट करते हैं.
नए दौर, नए युग की शुरुआत,
सत्यता, कर्तव्यता हो सदा साथ,
बिहू का यह सुंदर पर्व,
सदैव याद दिलाता है मानवता का पाठ
Happy Bohag Bihu 2020
प्रकृति की लीला है छाई
सभी को दिल से बीहू पर्व की बधाई।
नया सवेरा नई किरण के साथ
नया दिन प्यारी सी मुस्कान के साथ
आपको मुबारक हो त्योहार
ढेर सारी दुआओं के साथ
माघ बिहू की शुभकामनाएं।
पर्व की पावन बेला में
है यही शुभ संदेश हमारा
हर रोज आए आपके जीवन में
लेकर खुशियां विशेष
हैप्पी रोंगाली बिहू
पल पल से बनता है एहसास
एहसास से बनता है विश्वास
विश्वास से बनते हैं जहां के रिश्ते
और रिश्तों से बनता है आप जैसा खास
मुबारक हो आपको माघ का मास
नई उमंग है नई राह है
नई तरंग है नई चाह
नई खुशियों संग नई फसल
बिहू की खूब बधाई