Rabindranath Tagore Jayanti 2020 Images, Quotes, Messages: रवींद्रनाथ टैगोर एक प्रसिद्ध भारतीय कवि थे। इसके अलावा, वह एक महान दार्शनिक, देशभक्त और चित्रकार भी थे। लोग अक्सर उनके लिए गुरुदेव शब्द का उपयोग करते थे। इस असाधारण व्यक्तित्व का जन्म 7 मई 1861 में कलकत्ता में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा विभिन्न प्रकार के शिक्षकों द्वारा घर पर हुई। साथ ही, इस शिक्षा के माध्यम से, उन्होंने कई विषयों का ज्ञान प्राप्त किया। उनकी उच्च शिक्षा इंग्लैंड में हुई। इन सबसे ऊपर, रवींद्रनाथ टैगोर ने बहुत कम उम्र से कविताएं लिखना शुरू कर दिया था। रवींद्रनाथ टैगोर ने सोलह साल की उम्र से नाटक लिखना शुरू कर दिया था। बीस साल की उम्र में, रवींद्रनाथ टैगोर ने मूल नाट्य कृति वाल्मीकि प्रतिभा लिखी। रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती के खास मौके पर आप सोशल मीडिया के जरिए अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को मैसेज और कोट्स भेजकर उन्हें शुभकामनाएं दे सकते हैं।
1. समय परिवर्तन का धन है, परन्तु घड़ी उसे केवल परिवर्तन के रूप में दिखाती है, धन के रूप में नहीं।
-रवींद्रनाथ टैगोर
2. विश्वास वह पक्षी है जो प्रभात के अंधकार में ही प्रकाश का अनुभव करता है, और गाने लगता है।
-रवींद्रनाथ टैगोर

3. यदि आप सभी गलतियों के लिए दरवाजे बंद कर देंगे तो सच बाहर रह जायेगा।
-रवींद्रनाथ टैगोर
4. मित्रता की गहराई परिचय की लम्बाई पर निर्भर नहीं करती।
-रवींद्रनाथ टैगोर
5. तितली महीने नहीं क्षण गिनती है और उसके पास पर्याप्त समय होता है।
-रवींद्रनाथ टैगोर

"चंद्रमा अपना प्रकाश संपूर्ण आकाश में फैलाता है परंतु अपना कलंक अपने ही पास रखता है"
- रवीन्द्रनाथ टैगोर
"प्रेम अधिकार का दावा नहीं करता, बल्कि स्वतंत्रता प्रदान करता है"
- रवीन्द्रनाथ टैगोर
"मैंने स्वप्न देखा कि जीवन आनंद है. मैं जागा और पाया कि जीवन सेवा है. मैंने सेवा की और पाया कि सेवा में ही आनंद है."
- रवीन्द्रनाथ टैगोर
"वे लोग जो अच्छाई करने में बहुत ज्यादा व्यस्त होते है, स्वयं अच्छा होने के लिए समय नहीं निकाल पाते"
- रवीन्द्रनाथ टैगोर
"प्रत्येक शिशु यह संदेश लेकर आता है कि ईश्वर अभी मनुष्यों से निराश नहीं हुआ है"
- रवीन्द्रनाथ टैगोर
"मित्रता की गहराई परिचय की लम्बाई पर निर्भर नहीं करती"
- रवीन्द्रनाथ टैगोर
"प्रसन्न रहना बहुत सरल है, लेकिन सरल होना बहुत कठिन है"
- रवीन्द्रनाथ टैगोर
हमेशा तर्क करने वाला दिमाग धार वाला वह चाकू है जो प्रयोग करने वाले के हाथ से ही खून निकाल देता है।
-रवींद्रनाथ टैगोर
आज 07 मई के मौके पर देश रवींद्रनाथ टैगोर का 159वां जन्म दिवस मना रहा है। टैगोर का जन्म 07 मई 1861 में हुआ था। आपने अपने जीवनकाल में साहित्य की अभूतपूर्व सेवा की।
संगीत दो आत्माओं के बीच के अनंत को भरता है।-रबीन्द्रनाथ टैगोर
एक लेखक, कवि, चित्रकार और नाटककार के रूप में टैगोर ने अपने काम के साथ बंगाली कैनन में बहुत योगदान दिया जो आज भी प्रासंगिक है। 7 अगस्त, 1941 को टैगोर का निधन हो गया।
विश्व के अग्रणी सांस्कृतिक प्रतीकों में से एक, रबींद्रनाथ टैगोर का जन्म 7 मई, 1861 को हुआ था। एक पॉलिमथ के रूप में, टैगोर 1913 में साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार जीतने वाले पहले एशियाई पुरस्कार विजेता बने थे।
टैगोर ने भारत के अतिरिक्त बांग्लादेश के राष्ट्रगान की भी रचना की है। इनका यह अनूठा गौरव विश्व के कई देशों में याद किया जाता है।
हम महानता के सबसे करीब तब होते हैं जब हम विनम्रता में महान होते हैं।-रबीन्द्रनाथ टैगोर