हर साल हिंदी दिवस 14 सितंबर को सेलिब्रेट किया जाता है। जैसा कि हमें पता हैं हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा है। लेकिन इसे कई अन्य देशों में भी बोला जाता है। हिंदी दिवस सबसे पहले 14 सितंबर 1953 को मनाया गया था। तब से लेकर आजतक हर साल हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाने लगा। यह एक त्योहार की तरह सेलिब्रेट किया जाता है जो सरकारी संस्थानों और सरकारी कार्यालयों में बड़े उत्साह से मनाया जाता है। इसके अलावा स्कूल, कॉलेज में भी अलग-अलग तरीकों से इस दिन को मनाया जाता है।
हिंदी दिवस के मौके पर वाट्सएप और फेसबुक मैसेज और स्टेटस के लिए उन्हें विश करते हैं:
1. संस्कार से सजी-धजी है, सिर पर न्यारी बिंदी है,
इससे प्यारी नहीं है भाषा, सबसे प्यारी हिंदी है।।
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं
2. एक राष्ट्र हो एक हो भाषा, एक सर पहचान हो,
बहुत हुआ अब तय कर लो, हिंदीमय हिंदुस्तान हो।।
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं
महात्मा गांधी ने भी अपने भाषण में हिंदी को लेकर कहा था कि ये जन मानस की भाषा है, इसे राष्ट्रभाषा का दर्जा दिया जाना चाहिए।
एक राष्ट्र हो एक हो भाषा, एक सर पहचान हो,
बहुत हुआ अब तय कर लो, हिंदीमय हिंदुस्तान हो।।
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं
भारत माता कहती हमसे, कब अधिकार दिलाओगे,
मातृभूमि का मान बढ़ाने, हिंदी कब अपनाओगे।।
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं
कुछ हिंदी को प्यार करो, थोड़ा इसका सम्मान करो,
दिवस भोर शुभ सांझ कहो, इस भाषा का कुछ मान करो,
चाचा ताऊ मां मौसा, मौसी मामी जी बुआ कहो,
हिंदी पर अभिमान करो, हिंदी का ऊंचा नाम करो।।
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं
हिन्दी की बिन्दी को
मस्तक पे सजा के रखना है
सिर आंखों पे बिठाएंगे
यह भारत मां का गहना है।।
अपनी भाषा को अपनाकर, अब मुस्कान सजायेंगे,
छोड़ विदेशी भाषाओं को, हिंदी में बतियाएंगे।।
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं
भारत माता कहती हमसे, कब अधिकार दिलाओगे,
मातृभूमि का मान बढ़ाने, हिंदी कब अपनाओगे।।
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं
कुछ हिंदी को प्यार करो, थोड़ा इसका सम्मान करो,
दिवस भोर शुभ सांझ कहो, इस भाषा का कुछ मान करो,
चाचा ताऊ मां मौसा, मौसी मामी जी बुआ कहो,
हिंदी पर अभिमान करो, हिंदी का ऊंचा नाम करो।।
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं
निज भाषा का नहीं गर्व जिसे
क्या प्रेम देश से होगा उसे
वही वीर देश का प्यारा है
हिन्दी ही जिसका नारा है।।
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं
हिन्दी की बिन्दी को
मस्तक पे सजा के रखना है
सिर आंखो पे बिठाएंगे
यह भारत मां का गहना है।।
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं
पाथेय है, प्रवास में, परिचय का सूत्र है
मैत्री को जोड़ने की सांकल है ये हिन्दी
पढ़ने व पढ़ाने में सहज है, ये सुगम है
साहित्य का असीम सागर है ये हिन्दी।।
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं