प्रेग्नेंसी के दौरान मां और बच्चे के स्वास्थ्य को बनाएं रखना बेहद जरूरी होता है। मां की अच्छी हेल्थ पर ही बच्चे की सेहत निर्भर करती है। मां की अच्छी सेहत के लिए उसका तनाव से दूर रहना और हेल्दी डाइट का सेवन करना बेहद जरूरी है। कंसीव करने के बाद से ही मां की बॉडी में कई तरह के शारीरिक और मानसिक बदलाव आते हैं इस दौरान मां को अपने स्वास्थ्य की अतिरिक्त देखभाल करने की जरूरत होती है। प्रेग्नेंसी में दूसरी और तीसरी तिमाही के दौरान मां को अपनी डाइट में अतिरिक्त कैलोरी लेने की आवश्यकता होती है। इस दौरान खराब डाइट आपकी और आपके बच्चे की सेहत को खराब कर सकती है।

प्रेग्नेंसी में महिलाओं को चाहिए कि वो बैलेंस डाइट का सेवन करें। इस दौरान कुछ चीजों का सेवन आपके बच्चे की जान को खतरा भी पहुंचा सकता है। प्रेग्नेंसी के 4-5 महीने में आप कुछ भी ऐसा नहीं खाएं जो मिसकैरेज का कारण बने।

कुछ महिलाएं गर्भावस्था में बॉडी को डिटॉक्स करने और वजन को कंट्रोल करने के लिए ग्रीन टी का सेवन करती हैं। आप जानती हैं कि प्रेग्नेंसी में ग्रीन टी का सेवन गर्भपात का कारण बन सकता है। सेहत के लिए उपयोगी ग्रीन टी प्रेग्नेंसी में महिलाओं को नुकसान पहुंचा सकती है। आइए जानते हैं कि ग्रीन टी कैसे मिसकैरेज का कारण बनती है और इस दौरान किन चीजों से परहेज करना जरूरी है।

प्रेगनेंसी में ग्रीन टी क्यों मिसकैरेज का कारण बनती है?

कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि ग्रीन टी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स बॉडी को फ्री-रैडिकल डैमेज से बचाते हैं। ग्रीन टी में कैफीन भी होता है। कैफीन की अधिक मात्रा गर्भपात, प्रीमैच्योर डिलीवरी और स्टीलबर्थ का रिस्क बढ़ा सकती है। ग्रीन टी का सेवन करने से बच्चे का वजन कम हो सकता है और बच्चा कमजोर हो सकता है जो मिसकैरेज का कारण है।

प्रेग्नेंसी में महिलाएं ग्रीन टी पीएंगी तो उन्हें बार-बार पेशाब आ सकता है। ज्यादा यूरिन का डिस्चार्ज करने से बॉडी में पानी की कमी हो सकती है और बॉडी में थकान और आलस भी आ सकता है। कैफीन बच्चे के डीएनए को भी डैमेज कर सकता है। कैफीन प्लेसेंटा के जरिए बच्चे की नसों में पहुंच सकता है जिससे बच्चे का डीनएनए डैमेज हो सकता है।

प्रेग्नेंसी में इन चीजों से करें परहेज:

प्रेग्नेंसी में कुछ फूड्स का सेवन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। इस दौरान गर्भवति महिलाएं कच्चा अंडा, कैफीन, फ्रोजन और पैक्ड फूड, पपीता, गर्म खाना,ज्यादा नमक, शक्कर और तला-भुना खाने से परहेज करें। धूम्रपान और अल्कोहल से परहेज करें।