IPS Brij Lal: भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को उत्तरप्रदेश के लिए अपने राज्यसभा उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह जैसे दिग्गज नेताओं के नाम शामिल हैं। इनके अलावा इस सूची में रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी बृजलाल का नाम भी शामिल है। पूर्व आईपीएस अधिकारी बृजलाल उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के बेहद करीबी माने जाते थे।

मायावती सरकार में बने उत्तरप्रदेश के डीजीपी: 1977 बैच के आईपीएस अधिकारी बृजलाल मायावती के बेहद करीबी रहे हैं। 2007 में उत्तरप्रदेश की सत्ता में आने के बाद मायावती ने उन्हें एडीजी लॉ एंड ऑर्डर बनाया था। 2011 में मायावती ने दो वरिष्ठ पुलिस अफसरों पर वरीयता देकर‌ उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस का डीजीपी बनाया। पर विपक्षी पार्टियों की शिकायत के बाद 2012 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले चुनाव आयोग ने बृजलाल को डीजीपी के पद से हटा दिया था।

वहीं, मार्च 2012 में उत्तर प्रदेश में सरकार बदल गई और अखिलेश यादव ने बृजलाल को पद पर बहाल नहीं किया।

2015 में थामा भाजपा का दामन: रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी बृजलाल 2015 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। उनके भाजपा में शामिल होने से कई लोग आश्चर्यचकित रह गए थे क्योंकि उन्हें मायावती का करीबी माना जाता था। साल 2018 में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बृजलाल को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देते हुए उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति और जनजाति आयोग का अध्यक्ष बनाया था।

कई मुठभेड़ों का कर चुके हैं नेतृत्व: बृजलाल को सख्त प्रशासनिक अधिकारी माना जाता है। उन्होंने राज्य में माफियाओं और डकैतों के खिलाफ कई सफल अभियान भी चलाए। बृजलाल ने खुद कई मुठभेड़ों का नेतृत्व भी किया। उनके सेवाकाल में सैकड़ों अधिक अपराधी और आतंकवादी मारे गए। बृजलाल राष्ट्रपति पुरस्कार से भी सम्मानित हो चुके हैं।


अब राज्यसभा के सदस्य होंगे बृजलाल: 
उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर में जन्मे बृजलाल अब संसद के ऊपरी सदन के सदस्य होंगे। 11 नवंबर को उत्तर प्रदेश कोटे की 10 राज्यसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। इनमें से 9 सीटों के नतीजे लगभग स्पष्ट हैं। 8 सीटें भाजपा के खाते में जा रही हैं, वहीं एक समाजवादी पार्टी के खाते में जा रही है। बृजलाल का नाम भाजपा के उन आठ उम्मीदवारों में शामिल है जिनका राज्यसभा पहुंचना तय माना जा रहा है।