Home Remedies For Intestinal Worms: बच्चों के पेट में कीड़े होना आम समस्या है। जिसके बारे में अधिकतर माता-पिता अनजान होते हैं। हालांकि, पेट में कीड़े किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है। बता दें कि यह कीड़े ज्यादातर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में मौजूद होते हैं। इनके होने का मुख्य कारण अधपका मीट खाना, कमजोर इम्यून सिस्टम, गंदा पानी पीना, साफ-सफाई न रखना, संक्रमित भोजन आदि है। आंतों के कीड़े के सबसे आम प्रकार राउंडवॉर्म, पिनवॉर्म, व्हिपवर्म, फ्लूक और टैपवार्म हैं। पेट में कीड़े होने के कारण व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। पेट में कीड़े होने के कई लक्षण हो सकते है। जिन्हें समय रहते पहचान इसका इलाज किया जा सकता है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए कई तरह की दवाएं आती हैं। आप चाहे, तो दवाओं के अलावा कुछ चीजें अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इससे भी आपको काफी लाभ मिल सकता है।
पेट में कीड़े होने के लक्षण
- लगातार उल्टी होना
- मलाशय में खुजली होना
- अधिकतर समय दांतों का पीसना
- पेट में असहनीय दर्द
- चेहरे या शरीर के अन्य अंगों में सफेद दाग पड़ जाना
- मल में सफेद डॉट्स आना
पेट के कीड़ों से निजात दिलाएगी अलसी
अलसी पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें भरपूर मात्रा में लिग्नांस, एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर, प्रोटीन, पोटैशियम, पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड जैसे अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA), ओमेगा-3, विटामिन बी6, आयरन, पोटेशियम, कॉपर और जिंक जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो पेट से कीड़े निकालने के साथ कई बीमारियों से बचाव करते हैं।
लौंग
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, लौंग में एंटीसेप्टिक और एंटी-पैरासिटिक गुण पाए जाते हैं, जो आंतों के कीड़े और उनके अंडों को नष्ट करने में मदद करते हैं।
पेट के कीड़ों से निजात पाने के लिए ऐसे करें अलसी और लौंग का सेवन
100 ग्राम अलसी, 10 ग्राम लौंग लेकर ग्राइंडर में डालकर अच्छी तरह से पीसकर पाउडर बना लें। इसे एयर टाइट कंटेनर में बंद करके रख दें। रोजाना सुबह 1-2 चम्मच गुनगुने पानी में डालकर पी लें। पूरे एक माह तक ऐसा करने से आपको फर्क नजर आने लगेगा।