गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपने खानपान का विशेष ख्याल रखना चाहिए क्योंकि वे जो कुछ भी खाती हैं उसका सीधा असर उनके गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है। गर्भावस्था में महिलाओं को फोलेट और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जो शिशु की सेहत को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। गर्भावस्था के दौरान मछली के तेल का सेवन करना भी काफी फायदेमंद होता है। इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं दूर होती है आइए जानते हैं कि प्रेग्नेंसी में मछली का तेल इस्तेमाल करने क क्या फायदे होते हैं।

1. क्यों फायदेमंद होता है मछली का तेल-
मछली के तेल में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो कि दिमाग और शरीर के विकास के लिए एक बेहद जरुरी तत्व होता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड के दो प्रकार होते हैं। फैटी एसिड ईपीए और डीएचए होता है। रिसर्च दिखाते हैं कि दोनों ही प्रकार आपकी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। ईपीए दिल, इम्यून सिस्टम के लिए जरुरी होता है वहीं डीएचए दिमाग, आंखों और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के लिए जरुरी होता है। यहीं कारण है कि मछली के तेल का गर्भावस्था में सेवन करना महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए काफी फायदेमंद होता है।

2. गर्भावस्था में मछली के तेल के सेवन के फायदे-
शिशु के दिमाग और आंखों के विकास के लिए मछली का तेल फायदेमंद होता है। एक रिसर्च के अनुसार जिन मांओं ने मछली के तेल का सेवन किया उनके नवजात शिशु आंखों और हाथों में अच्छा तालमेल बैठा पाए यानि वे संकेतों को तेजी से समझ पाए। कई रिसर्च में यह पाया गया है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड दिमाग के विकास के लिए जरुरी होता है यहीं कारण है कि मछली का तेल गर्भ में पल रहे शिशु को सेहतमंद बनाए रखने के लिए लाभकारी होता है। इसके अलावा मछली के तेल का सेवन करने से महिलाओं को दिल संबंधी बीमारियां, हाइपरटेंशन, किडनी संबंधी समस्याओं, डिप्रेशन, सोरायसिस, डायबिटीज, पेट में अल्सर, आंखों का सूखापन आदि तमाम तरह की बीमारियों को खत्म करने के लिए मददगार होता है। बच्चों में अस्थमा के खतरे को कम करने के लिए भी यह फायदेमंद होता है।