Do’s and Dont’s of Pregnancy: गर्भावस्था का समय हर महिला के लिए बेहद खास होता है। इस दौरान वो कई शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक बदलावों से गुजरती हैं। प्रेग्नेंट महिलाओं को ऐसे समय में कई तरह के पकवान खाने का मन करता है। इसके अलावा, प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को अपने साथ-साथ गर्भ में पल रहे शिशु का भी ध्यान रखना पड़ता है जिस वजह से उनपर कई पाबंदियां लग जाती हैं। हालांकि, ये सभी बंदिशें मां और बच्चे की सुरक्षा के लिए ही होती हैं। गर्भवती महिलाएं, खासकर जो पहली बार प्रेग्नेंट हुई हों उनके मन में प्रेग्नेंसी से जुड़े कई सवाल उठते हैं। ऐसे में ये जानना बहुत जरूरी है कि इस दौरान क्या काम करना मां और बच्चे के लिए हो सकता है खतरनाक

भारी सामान न उठाएं: प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में भूल कर भी भारी सामान न उठाएं। भारी सामान उठाने से हो सकता है कि गर्भ में पल रहा शिशु अपने स्थान से खिसक जाए। कई बार घर में भारी बाल्टी और सिलेंडर उठाने से या फिर जिम में भार उठाने से बच्चा गर्भाशय से किसी और जगह खिसक सकता है जिससे प्रेग्नेंसी में कॉम्प्लिकेशंस आने का खतरा होता है।

मोबाइल से रहें दूर: मोबाइल इस्तेमाल करने के दुष्प्रभावों से लगभग हर कोई वाकिफ है। गर्भवती महिलाओं को भी मोबाइल के अधिक उपयोग से बचने की सलाह दी जाती है। इस बात का ध्यान रखें कि कम बैटरी होने पर फोन यूज करने से उससे निकलने वाली तरंगें  मां और बच्चे के लिए हानिकारक हो सकते हैं।

ज्यादा मीठा और नमक खाने से करें परहेज: प्रेग्नेंसी का समय जैसे-जैसे बढ़ता जाता है, वैसे ही महिलाओं के बिहेवियर में भी बदलाव आते हैं। कभी मीठा खाने का मन करता तो कभी नमकीन, हालांकि, अत्यधिक मीठा खाने से जहां गर्भवती महिलाओं को जेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा हो सकता है, वहीं ज्यादा नमक खाने से शरीर में वाटर रिटेंशन की समस्या हो सकती है।

ज्यादा गर्म पानी से न नहाएं: ऐसा कोई भी कार्य न करें जिससे आपके शरीर का तापमान बढ़े। प्रेग्नेंसी में बॉडी टेंपरेचर का हाई रहना अच्छा नहीं माना जाता है। गर्म पानी या स्टीम बाथ लेने से बचें। इसके अलावा, अपने डॉक्टर से सलाह लिए बगैर कोई भी दवा का सेवन न करें। साथ ही साथ, रोजाना 8 हजार यूनिट्स से ज्यादा विटामिन ए नहीं खाना चाहिए।