नहाने से न सिर्फ तन साफ होता है बल्कि हमारा मन भी साफ होता है। प्राचीन समय में इसी के ऊपर एक कहावत भी कही गई है। नहाने से तन और मन दोनों ही साफ हो जाते है इसीलिए नहाना हमारे लिए बहुत जरूरी होता है। आजकल देश ही नहीं पूरे विश्व में जिस तरह का कोरोना संकट चल रहा है उससे बचने का एक मात्र तरीका है और वह हाइजीन का ध्यान रखना। हम जितना साफ सफाई के साथ रहते हैं उतनी ही कम बीमारी होने की संभावना होती है।
आमतौर पर हम सभी स्नान करते वक्त कुछ जरूरी बातों का ध्यान नहीं रखते, ऐसे में इससे सेहत को काफी नुकसान पहुंचता है। अगर आप भी सुबह स्नान करते समय ये पांच गलतियां करते हैं। तो ये आपके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि कब और कैसे नहाना चाहिए, साथ ही नहाने से पहले और बाद में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
नहाते समय कौन से साबुन का इस्तेमाल करना चाहिए?
हम सभी ने विज्ञान पढ़ा हुआ है, और यह सभी जानते हैं कि कुछ बैक्टीरिया हमारे शरीर के लिए अच्छे माने जाते हैं। लेकिन आमतौर पर हमारे द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला एंटीबैक्टीरियल साबुन शरीर से हर तरह के बैक्टीरिया को मार देता हैं जिससे शरीर से अच्छे बैक्टीरिया खत्म होने लगते हैं। इसके अलावा कुछ ऐसे साबुन होते हैं जो त्वचा को रूखा बना देते हैं, इससे खराब बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश कर सकते हैं।
इसलिए नहाने वाले साबुन को चुनते समय इस बात का ध्यान रखें कि जो साबुन हल्का हो और जिसमें तेल और क्लींजर को गुण मौजूद हों उसे ही लें। यदि आपको एक्जिमा की समस्या है या आपकी स्किन संवेदनशील है तो सुगंधित साबुन के इस्तेमाल से आपको बचना चाहिए अन्यथा आपकी स्किन और खराब हो सकती है।
बाल में साबुन लगाने से नुकसान होता है ?
बालों की जड़ होती है लेकिन स्किन में ऐसा कुछ नहीं होता। इतना ही नहीं सिर के बालों और शरीर पर आए बाल अलग होते हैं। साबुन से बाल धोने से वो ठीक से धुलते भी नहीं हैं और बालों को काफी नुकसान होता है।
कई दिनों तक तौलिए को नहीं धुलना: सभी को पता है कि जहां गंदी और नमी वहां वायरस और बैक्टीरिया जल्दी पैदा होते हैं। ऐसे में गीले तौलिए कई तरह के वायरस और बैक्टीरिया को जन्म देते हैं। इसके अलावा तौलिया गंदा है तो फंगस, खुजली और कई तरह के इंफेक्शन की शिकायत हो जाती है। ऐसी समस्यों से बचने के लिए तौलिए को धूप में अच्छे से सुखाएं और सप्ताह में कम से कम एक बार इसे जरूर धोएं। यदि आपको एलर्जी की शिकायत है या आप बीमार हैं तो तौलिए को और जल्द-जल्द धोएं और अच्छे से सूख जाने के बाद ही इस्तेमाल करें।
इन बातों का रखें ध्यान: स्नान करने के बाद यदि आपको शरीर रगड़कर पोंछने की आदत है तो अपनी यह आदत आज ही बदल लीजिए। शरीर को रगड़ रगड़ कर तौलिए से साफ करने से आपके शरीर में मौजूद मॉइश्चर पूरी तरह से खत्म हो जाता है और हमारी त्वचा पर खुश्की बनी रहती है।
इसके अलावा कई लोग नहाते समय शरीर को स्पंज से साफ करते हैं। आपको बता दें कि यही स्पंज कभी-कभी आपके लिए बीमारी का कारण बन जाता है। रोगाणु सूक्ष्म जीव होते हैं जो यदि आपके शरीर में दाखिल हो जाएं तो बीमारी और संक्रमण पैदा कर सकते हैं। जो आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। इसलिए इस स्पंज को समय-समय पर बदलते रहना चाहिए।
खाने के बाद नहाने से क्या होता है?
खाना खाने के बाद नहाने से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि खाना खाने के बाद हमारे अग्नाशय से पेप्सिन एंजाइम निकलता है जो खाने को पचाने का काम करता है, लेकिन अगर आप खाना खाने के तुरंत बाद नहा लेते हैं तो खाना पचाने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। इसलिए खाना खाने के तुरंत बाद नहाने से बचना चाहिए। कोशिश करें कि पहले नहा लें उसके बाद ही खाना खाएं।
खाना खाने के कितने समय बाद नहाना चाहिए?
सामान्य तौर पर किसी भी व्यक्ति को खाना खाने के कम से कम 30 मिनट बाद ही नहाने की सलाह दी जाती है। लेकिन अगर व्यक्ति सही तरीके से इस नियम का पालन करना चाहता है तो उसे खाना खाने के लगभग 2 घंटे बाद नहाना चाहिए।