उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार में भगदड़ जैसी स्थिति नजर आ रही है। स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद अब एक और मंत्री दारा सिंह चौहान ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने योगी सरकार पर दलितों-पिछड़ों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए राज्यपाल को अपना इस्तीफा भेजा। दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के बाद यूपी के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक ट्वीट कर उनसे अपने फैसले पर दोबारा विचार करने की अपील की। मौर्य के इस ट्वीट पर लोगों ने उनका ही मजाक बनाना शुरू कर दिया।

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्विटर पर लिखा कि ‘परिवार का कोई सदस्य भटक जाए तो दुख होता है, जाने वाले आदरणीय महानुभावों को मैं बस यही आग्रह करूंगा कि डूबती हुई नाव पर सवार होने से नुकसान उनका ही होगा। बड़े भाई श्री दारा सिंह जी आप अपने फैसले पर पुनर्विचार करिये। ’ केशव प्रसाद मौर्य के इस ट्वीट के बाद लोग बीजेपी, केशव प्रसाद मौर्य और योगी आदित्यनाथ को घेरने लगे।

नितिन नाम के यूजर ने लिखा कि भाजपा अगर दूसरी पार्टी के लोगो को लाकर पद और प्रतिष्ठा देगी तो ऐसा ही होगा। भाजपा ने बरसों से ईमानदारी और वफादारी से जुड़े कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाया होता तो पार्टी छोड़ कर कोई नहीं जाता बल्कि पार्टी और मजबूत होती। बाहर के कचरे पर भरोसा करते हैं। कभी अपने कार्यकर्ता का हौंसला बढ़ाओ।

वरिष्ठ पत्रकार संजय शर्मा ने लिखा है कि दुख तो पिछड़े समाज को आपकी हालत देख कर भी होता है! मुझे नहीं पता कि आपने मोदी जी के साथ उस दिन चाय पीते-पीते यह कहा कि नहीं कि आपके सीएम के ठाकुरवाद ने आपकी पार्टी का बेड़ा गर्क कर दिया है! अगर योगी जी को समझ आ जाता तो ऐसे भगदड़ नही मचती आपकी पार्टी में!

डॉ. कुमार मंगलम नाम के यूजर ने लिखा कि परिवार का कोई सदस्य भटक जाये तो पार्टी के बड़ों को अपना घमंड छोड़ कर अपनी नीति और नीयत पर आत्मचिंतन करना चाहिए। मैं बस यही आग्रह करूंगा कि डूबती हुई नाव पर कोई सवार नहीं होता… आप भी आ जाओ, आपका स्वागत होगा।

तरुण शर्मा नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा कि केशव प्रसाद मौर्य रूठे फूफाओं को मनाने वाले बेटी के पिता हो गए हैं। शादी से पहले ही रिश्तेदार नाराज हो चले हैं। सर्वेश मिश्रा नाम के यूजर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मै तो कहूंगा आप भी भाजपा छोड़ दीजिये। यकीन मानिये, अगर केशव मौर्य जी दूसरी पार्टी में जाते हैं तो सही मायने में उप मुख्यमंत्री तो बन ही जाएंगे।

सैयद हैदर नाम के एक यूजर ने लिखा कि आपको यही काम बचा है। कल से पार्टी छोड़कर जा रहे साथियों को एक बार फिर सोचने के लिए बोल रहे हैं। हद है। अब कोई नहीं आएगा। रोहिन कुमार नाम के यूजर ने कहा कि उपमुख्यमंत्री को ये बात ट्वीट करनी पड़ रही है! किसके कंधे पर रखकर बंदूक चल रही है? अनुपम तिवारी नाम के यूजर ने लिखा कि काश ऐसा नियम योगी जी बना पाते कि अगर कोई अचानक पार्टी छोड़कर भागता है तो उसके घर पर बुल्डोजर चलेगा। ये दिन न देखना पड़ता। 

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आपको बता दें कि एक दिन पहले ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया था तब भी केशव प्रसाद मौर्य ने इसी तरह ट्वीट कर फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की थी। बता दें राज्यपाल को लिखे अपने पत्र में दारा सिंह चौहान ने कहा है कि ”माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में वन पर्यावरण और जन्तु उद्यान मंत्री के रूप में मैंने पूरे मनोयोग से अपने विभाग की बेहतरी के लिए कार्य किया, किन्तु सरकार की पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के साथ-साथ पिछड़ों और दलितों के आरक्षण के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है, उससे आहत होकर मैं उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं।”