Dry Fruits: नट्स को सुपरफूड कहा जाता है। सुपरफूड्स उन खाद्य पदार्थों को कहते हैं जिनमें पोषक तत्व दूसरे फूड्स से अधिक मात्रा में मौजूद होते हैं। ज्यादातर नट्स में विटमिन ई, फोलिक एसिड, बी- कॉम्प्लेक्स, मैग्नेशियम, कॉपर जिंक आदि की भी मात्रा मौजूद रहती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक कुछ मात्रा में भी सुपरफूड्स का अगर लोग रोजाना सेवन करते हैं तो इससे शरीर को कई फायदे मिलते हैं। चिलगोजा विटामिन्स, फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होता है। विटामिन्स, मिनरल्स और प्रोटीन्स शरीर तक पहुंचते हैं और लोग बीमारियों से दूर रहते हैं।

चिलगोजा एंटीऑक्सीडेंट्स का भी बेहतरीन स्रोत है। इसमें लूटीइन, लाइकोपीनस कैरोटिनॉयड, गाल्लोकैटेचिन, कैटेचिन और टोकोफेरोल जैसे ढेर सारे महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। कच्चे चिलगोजे में गाल्लोकैटेचिन भरपूर होता है जबकि भुने हुए चिलगोजे में कैरोटिनॉयड और टोकोफेरोल भरपूर होता है। इसलिए इसका सेवन आपके पूरे शरीर को स्वस्थ रखता है। ऐसे में सूखे मेवे यानी ड्राई फ्रूट्स खाने से भी स्किन हेल्दी होती है। आइए जानते हैं कि चिलगोजा के सेवन से शरीर को कौन- कौन से फायदे मिलते हैं–

बढ़ाए भूख: चिलगोजा एक ऐसा नट्स है जिसमें कई विटामिंस और आयरन होते हैं जिससे शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ता है और इसे बहुत ही पौष्टिक माना जाता है। इसे आप कच्चा या भूनकर दोनों तरह से खा सकते हैं। चिलगोजे में विटामिन बी और विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। नियोजा पाइन नट्स यानी चिलगोज़ा मोनोसैचुरेटेड फैट से भरा होता है। इसलिए इनके सेवन से भूख भी बढ़ती है।

घटाए कोलेस्ट्रॉल और बढ़ाए इम्यूनिटी: चिलगोजा में पाए जाने वाले अनसैचुरेटेड फैट की वजह से कोलेस्ट्रॉल घटाने में मदद मिलती है। नियोजा में मौजूद टोकोफेरोल एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करता है और दिल की बीमारियों से बचाता है। इसके अलावा चिलगोजे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं और इसके सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

अन्य फायदे: चिलगोजा शरीर में मौजूद हानिकारक केमिकल्स से हमारी रक्षा करता है। चिलगोजे में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स फ्री-रेडिकल्स को हटाते हैं और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। प्रेगनेंसी में और प्रेगनेंसी के बाद इसके सेवन से एनीमिया नहीं होता है और ये भ्रूण के स्वस्थ विकास में भी सहायक होता है। चिलगोजे के तेल का उपयोग कई एंटीसेप्टिक दवाओं और एंटी-फंगल क्रीम में भी किया जाता है।