AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने मोहम्मद अली जिन्ना पर अखिलेश यादव के बयान का विरोध किया है। ओवैसी ने कहा, ‘अखिलेश यादव को पहले इतिहास पढ़ना चाहिए। पाकिस्तान बंटवारे के नाम पर जिन्ना ने ही भारत को तोड़ा था। कांग्रेस इसके लिए जिम्मेदार है। मैं आरएसएस और बीजेपी से भी इस मुद्दे पर किसी भी मंच पर बात करने के लिए तैयार हूं। उन लोगों को मुसलमानों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराना बंद करना चाहिए।’ सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी एक इंटरव्यू वायरल हो रहा है।

इस इंटरव्यू में योगी आदित्यनाथ से असदुद्दीन ओवैसी को लेकर सवाल पूछे जाते हैं। वरिष्ठ पत्रकार अंजना ओम कश्यप ने सवाल पूछा था, ‘ओवैसी चुनाव में आपके साथ हैं या आपके खिलाफ हैं?’ इसके जवाब में सीएम योगी ने कहा था, ‘ओवैसी जी बड़े नेता हैं। एक जनसमुदाय उनके साथ है। बीजेपी के साथ उनका कभी कोई संबंध हो पाएगा। हमारे से उनका 36 का आंकड़ा हमेशा रहेगा। हमारे पूरक तो सभी हैं। हम राजनीति में कभी किसी को अपना दुश्मन नहीं मानते हैं।’

अंजना ओम कश्यप अगला सवाल पूछती हैं, ‘ओवैसी जी और आप एक-दूसरे के पूरक हैं। जितना वो बाबरी-बाबरी करेंगे, उतना आप राम मंदिर करेंगे।’ योगी आदित्यनाथ जवाब देते हैं, ‘राम मंदिर तो वास्तविकता है। राम मंदिर को अब कौन झूठा बता सकता है। हमने जो कहा था 1949 में, 1963 में, 1979 में, 1983 में, 1990 में या 1992 में आज हमने उसे ही सत्य साबित करके दिखाया है और आज भगवान राम का भव्य मंदिर बनाने का काम अयोध्या में जारी है।’

योगी ने मुस्लिम टोपी नहीं पहनी? एक अन्य इंटरव्यू में असदुद्दीन ओवैसी से योगी के द्वारा मुस्लिम टोपी नहीं पहनने के बारे में पूछा गया था तो उन्होंने कहा था, ‘योगी आदित्यनाथ ने मुस्लिम टोपी नहीं पहनी क्योंकि वो एक योगी हैं।’ इसके जवाब में ओवैसी ने कहा था, ‘अगर मैं वहां पर मौजूद होता तो कभी योगी आदित्यनाथ को टोपी पहनने के लिए नहीं देता। वो 70 सालों से वैसे ही हमें टोपी पहना रहे हैं। मैं उनसे कहता कि आप देश के मुस्लिमों के हालात सुधारने पर जोर दीजिए। यही आपके लिए सबसे सही होगा।’

बता दें, इससे पहले सियासी गलियारों में चर्चा थी कि बहुमत हासिल करने के बाद बीजेपी मुख्यमंत्री किसी और को बना सकती है। लेकिन हाल ही में अमित शाह ने अपनी एक रैली में साफ कर दिया था कि अगर उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनती है तो मुख्यमंत्री योगी ही बनेंगे।