देश के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और ड्यूश बैंक के पूर्व वैश्विक रणनीतिकार और प्रबंध निदेशक संजीव सान्याल बजट तैयार करने में अहम भूमिका निभाई है। बजट की जब विपक्ष ने आलोचना की तो वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार संजीव टीवी डिबेट और इंटरव्यू में इसको डिफेंड करते भी दिखे और सरकार का पक्ष मजबूती से रखा। आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं-
‘यंग ग्लोबल लीडर’ से सम्मानित: केंद्र की मोदी सरकार में वित्तमंत्रालय के लिए प्रमुख आर्थिक सलाहकार के रूप में चुने गए प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और ड्यूश बैंक (Deutsche Bank) के पूर्व वैश्विक रणनीतिकार और प्रबंध निदेशक संजीव सान्याल को 2010 में उन्हें वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम की तरफ से ‘यंग ग्लोबल लीडर’ के सम्मान से सम्मानित किया गया था। संजीव सान्याल का जन्म कोलकाता में हुआ था, सेंट जेवियर्स स्कूल और सेंट जेम्स स्कूल में उन्होंने अपनी प्रारम्भिक पढ़ाई की।
कई किताबें भी लिखी: संजीव ने श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, दिल्ली और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में भाग लिया जहां पर वह रोड्स स्कॉलर (1992-95) भी थे। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में विजिटिंग स्कॉलर, इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिसी स्टडीज, सिंगापुर में एडजंक्ट फेलो और वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर के सीनियर फेलो रह चुके हैं। संजीव सान्याल ने कई किताबें भी लिखी हैं, जिनमें ‘लैंड ऑफ द सेवन रिवर्स-ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ इंडियाज ज्योग्राफी’, द इंडियन रीनेसन्स- इंडियाज राइज आफ्टर अ थाउजन्ड इयर्स ऑफ डिक्लाइन आदि प्रमुख हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार 01 फरवरी 2022 को वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया। इस बार भी उन्होंने पिछली बार की तरह लगातार पेपरलेस बजट पेश किया। अलग- अलग सेक्टरों के लिए कई घोषणाएं की गई लेकिन टैक्स स्लैब में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसी पर मुख्य आर्थिक सलाहकार से अंजना का सवाल उन्हीं पर भारी पड़ गया।
आज तक की एंकर अंजना ओम कश्यप ने जब लाइव इंटरव्यू में बजट पर सरकार से सवाल पूछा तो वित्त मंत्रालय के मुख्य सलाहकार अंजना से भिड़ गए। अंजना पूछने लगी कि आम आदमी की टैक्स में छूट क्यों नहीं है? ऐसे में निर्मला सीतारमण के बजट पर सवाल उठाना अंजना को उल्टा पड़ गया और संजीव सान्याल उल्टा अंजना से ही सवाल पूछने लगे।
सरकार का किया बचाव: आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने कहा अंजना के सवाल पर कहा कि आप बताइए अगर हम टैक्स काट दें तो ठीक है, आप बताइए ऋण ज्यादा लेना चाहिए…? आप ठीक से बताइए क्या करना चाहिए, अंत में उसी हिसाब से हम लोग कदम लेंगे।
इसपर अंजना ओम कश्यप ने कहा, ‘मैं समझ नहीं पा रही हूँ आप सवालों का जवाब देने के बजाय मुझे क्यों कह रहे कि मैं सुझाव दूं, आम आदमी की जो उम्मीदें हैं उसको रखकर, आम आदमी के सुझावों को रखकर; उनकी जो उम्मीदें हैं उसपर प्रश्न कर रहे हैं।’ हालांकि बीच-बीच में संजीव सान्याल टोंकते हुए नजर आए उन्होंने कहते हुए सुना जा सकता है कि क्योंकि आप प्रश्न ही नहीं पूछ रही हैं; आप बस कह रही हैं हो रहा है नहीं हो रहा है….आप सीधा प्रश्न बताइए, साफ प्रश्न बताइए।
अंजना और संजीव लाइव शो में जब भिड़ गए: इसके तुरंत बाद अंजना कहती हैं, ‘आराम से आराम से…सवाल ही है, और सवालों की गुंजाइश रहनी चाहिए, ये अच्छी बात है। आप इतने कॉन्फिडेंट…’ इसके बाद अंजना लगातार बीच में बोल रहे संजीव सान्याल को टोंकते हुए कहती हैं कि मैं आपसे सवाल ही पूछ रही हूं, बिल्कुल नहीं इनकम टैक्स ऍक्ज़म्प्शन लिमिट अगर मिडिल क्लास के लिए सवाल पूछा जा रहा है, तो ये कहां से राजनीतिक हो गया है?
दरअसल बीच में कई बार संजीव ने कहा, ‘आप सवाल नहीं पूछ रहे हैं, यही तो मैं बता रहा हूँ। आप एक राजनीतिक बहस में घुसे हुए हैं, जैसे आप राजनीतिक डिबेट करते हैं उसी तरह से आप सवाल पूछ रही हैं।’ इसी के बाद अंजना ने कहा था कि ये कहां से राजनीतिक हो गया, इसे आपने राजनीतिक क्यों कह दिया? जिसके बाद संजीव थोड़े चिड़चिड़े होते हुए कहे, ‘आपको बता रहा हूं न, इस वक्त परिस्थिति के अनुसार……(बीच में अंजना ने बोला जिसके बाद गुस्सा होते हुए संजीव ने कहा) आपको बता रहा हूं सुनेंगी की नहीं?