भारत के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी ने अपने मेहनत के बल पर एक बड़ा व्यापारिक साम्राज्य खड़ा किया है। उनके इस सफ़र में उनकी पत्नी नीता अंबानी का भी बड़ा हाथ रहा है। नीता अंबानी ने अपने पति के फैसलों में हमेशा साथ दिया है और अक्सर उन्हें सलाह भी दी है। आज भी वो मुकेश अंबानी को सलाह देती रहती हैं। नीता अंबानी का मानना है कि जिंदगी में पैसा ही सबकुछ नहीं है बल्कि परिवार, उसके साथ समय गुजारना, यादें बनाना सबसे ज्यादा जरूरी है।

नीता अंबानी ने सालों पहले बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में कहा था, ‘मैं मुकेश से हमेशा यही कहती रहती हूं कि ज़िंदगी केवल पैसे और धन कमाने के लिए नहीं है, वास्तव में ज़िंदगी वो है जब हम मेमोरीज बनाते हैं क्योंकि हमारे बाद वहीं रह जाती हैं। मुकेश कोशिश करते हैं कि वो अधिक से अधिक वक्त परिवार के साथ बिताएं। वो अच्छे पिता हैं और कोशिश करते हैं कि और अच्छा बन पाएं।’

मुकेश ने इस बात पर कहा था, ‘बिलकुल सही बात कही नीता ने। मेरे पिता के बाद जो चीज मेरे पास रह गई है वो उनकी यादें ही है। नीता हमेशा यहीं कहतीं हैं कि हर लम्हा कीमती है और यही ज़िंदगी है।’

यह बात सच भी है क्योंकि संघर्ष और काफी व्यस्तता के दिनों में भी मुकेश अंबानी अपनी पारिवारिक जिम्मेदारी कभी नहीं भूले। जब वो खुद को एक उद्योगपति के रूप में स्थापित करने में लगे थे, तब भी अपने बच्चों पर पूरा ध्यान देते थे। नीता ने एक इंटरव्यू में बताया था कि चाहे कितना भी व्यस्त शेड्यूल हो, बच्चों के साथ डिनर के लिए मुकेश या नीता जरूर होते थे।

 

नीता ने एक बेहद ही दिलचस्प घटना का ज़िक्र किया था जब मुकेश अंबानी रिलायंस की बोर्ड मीटिंग के बीच फोन पर बेटी ईशा के गणित के सवाल सॉल्व करने लगे थे। दरअसल ईशा अंबानी उन दिनों छोटी थीं और उन्होंने मैथ्स के एक सवाल के लिए पिता मुकेश अंबानी को फोन कर दिया।

 

मुकेश अंबानी बोर्ड मीटिंग में थे, बावजूद इसके उन्होंने बेटी का फोन उठाया और सवाल सॉल्व किया। नीता अंबानी ने बताया था कि मुकेश अंबानी अक्सर बच्चों के होमवर्क में हेल्प करते थे। मुकेश अंबानी और नीता अंबानी के तीन बच्चे हैं दो बेटे (आकाश अंबानी और अनंत अंबानी) और एक बेटी ईशा अंबानी।