यूपी सरकार में पूर्व मंत्री और पूर्व बीजेपी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के पार्टी छोड़ने से बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। खुद उप-मुख्यमंत्री सार्वजनिक तौर पर फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील करते दिखाई दिए लेकिन मौर्य ने अपना रुख साफ कर दिया है। मौर्य ने आरएसएस-बीजेपी की तुलना नाग-सांप से करते हुए और खुद को नेवला बताकर कहा कि बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेंककर ही दम लेंगे। वहीं अब बीजेपी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमलावर हैं और ट्विटर पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए तंज कस रहे हैं।
निघत अब्बास का मौर्य पर तंज: मौर्य ने पार्टी और मंत्री पद से इस्तीफा देते वक्त योगी सरकार पर दलितों, किसानों और बेरेजगारों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया था। भारतीय जनता पार्टी की नेता निघत अब्बास ने ट्वीट करते हुए लिखा कि शादी के 5 साल बाद फूफा को याद आया कि गुलाब जामुन में शक्कर कम थी और सब्जी में नमक नहीं था। वाह जी वाह मौर्य साहब।
पूर्व IPS ने शेयर किया मौर्य का पुराना वीडियो: वहीं पूर्व IPS अधिकारी और मौजूदा बीजेपी सांसद ब्रिज लाल ने स्वामी प्रसाद मौर्य का एक पुराना वीडियो शेयर करते हुए लिखा- “भाजपा छोड़ने के कुछ घंटों पहले तक स्वामी प्रसाद मौर्य भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा दलितों पिछड़ों और किसानों के लिए किए गए तमाम उपलब्धियों का बखान कर रहे थे, अब सरकार दलितों, पिछड़ों की विरोधी हो गयी?”
यूपी बीजेपी प्रवक्ता आलोक अवस्थी ने भी वहीं वीडियो शेयर किया जिसे ब्रिज लाल ने शेयर करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य को घेरने की कोशिश की। आलोक अवस्थी ने लिखा कि अखिलेश यादव जी को सपने आते हैं और मुंगेरी लाल के हसीन सपने देखते रहें अखिलेश। आंख खुलने पर सब समाप्त। स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस्तीफा देने से 4 दिन पहले कहा था, ‘मोदी जी और योगी जी ने किसानों और पिछड़ों के लिये बहुत काम किया है। भाजपा अपार बहुमत से जीतेगी’
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‘ये है इस्तीफे की असली कहानी’: एक के बाद एक बीजेपी नेताओं और मंत्रियों के इस्तीफे पर योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी ने ट्विटर पर बिना किसी का नाम लिए लिखा कि जनता चीख रही थी कि भाजपा से बैर नहीं, “नेताजी” की खैर नहीं, चैनल शोर मचा रहे थे कि बस “मौजूदा” का टिकट बदल दो और फिर 325 सीटें ले लो। जैसे ही खबर लगी कि भाजपा इसी फार्मूले पर बढ़ चली है, कई लोगों ने तुरंत नए कुर्ते-सदरी सिलवाई और निकल पड़े नया सौदा करने, इस्तीफों की असल कहानी यही है।
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफा देने के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और मंत्रियों के इस्तीफे की लाइन लग गई है। खबर लिखे जाने तक तीन मंत्री और छह विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं। चुनाव से पहले बीजेपी के नेताओं का पाला बदलना कहीं न कहीं बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका है।