उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने कमर कस ली है और मैदान में उतर गए हैं। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) भी पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरती दिखाई पड़ रही है। इस बीच बीएसपी सुप्रीमो मायावती का एक पुराना इंटरव्यू वायरल हो रहा है, इसमें वह प्रधानमंत्री बनने की इच्छा जाहिर करती दिख रही हैं। वरिष्ठ पत्रकार प्रभु चावला उनके इस जवाब से थोड़ा हैरान हो जाते हैं और उनसे पूछते हैं कि आपको कोई नहीं रोक सकता प्रधानमंत्री बनने से?
मायावती इसके जवाब में कहती हैं, ‘जब मुझे कोई उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने से नहीं रोक सका तो देश का प्रधानमंत्री बनने से कैसे रोकेगा?’ प्रभु चावला पूछते हैं, ‘आखिरकार दलित की बेटी का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए आ ही गया।’ बीएसपी सुप्रीमो इसके जवाब में कहती हैं, ‘मैं दलित की बेटी के साथ-साथ हिंदुस्तान की बेटी भी हूं। मैं समझती हूं कि जब से मैं राजनीति में आई हूं, मुझे आबादी के हिसाब से सबसे बड़े राज्य यूपी की चार बार सरकार चलाने का मौका मिला।’
मायावती जवाब देती हैं, ‘मैंने सिर्फ दलितों के लिए ही नहीं, सभी समाज के लोगों के लिए काम किया है। पूरे देश ने देखा है कि बीजेपी और कांग्रेस के लोगों को ये बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होता है। दोनों पार्टियों को पता है कि अगर मायावती देश की प्रधानमंत्री बन जाती हैं तो इन्हें लंबे समय तक इंतजार न करना पड़ जाए। जब यूपी में बीएसपी आगे बढ़ रही थी और मुझे सीएम बनने का मौका मिला तो यही सवाल था कि ये पार्टियां ऐसा करने देंगी? मैं यूपी की सीएम बनी और एक समय ऐसा भी आएगा जब मायावती देश की प्रधानमंत्री बनेंगी।’
प्रभु चावला कहते हैं, ‘आप देश की प्रधानमंत्री तो बन जाएंगी, लेकिन क्या आप सरकार चला भी पाएंगी?’ बीएसपी सुप्रीमो ने इसके जवाब में कहा था, ‘यही सवाल यूपी के बारे में भी था जब मैं सीएम बनी तो आजादी के बाद से सबसे दुरुस्त सरकार हमने दी है। मेरी सरकार में कानून एवं व्यवस्था बिल्कुल अच्छी थी। यूपी के कोने-कोने में आम जनता पूछेंगे तो सब यही कहेंगे कि मायावती ने सबसे अच्छी सरकार दी है।’
बता दें, बीएसपी को बहुमत मिलने के बाद मायावती 2007 में चौथी बार यूपी की सीएम बनी थीं। हालांकि साल 2012 में यूपी की जनता ने समाजवादी पार्टी को चुना और मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे अखिलेश यादव को सीएम पद सौंप दिया था। इसके बाद 2014 के चुनाव में बीएसपी एक भी लोकसभा सीट नहीं जीत पाई थी। लेकिन 2019 में बीएसपी ने 10 सीटों पर जीत हासिल की थी।