यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन हैं जो सभी की बॉडी में बनते हैं। यूरिक एसिड एक कार्बनिक यौगिक है जो हाईड्रोजन, ऑक्सीजन और नाईट्रोजन जैसे तत्वों से मिलकर बनता है। यूरिक एसिड (uric acid) की मात्रा अगर शरीर में बढ़ने लगती है तो किडनी के लिए इसे छानकर बॉडी से बाहर निकालना मुश्किल होता है। यूरिक एसिड एक तरह का कैमिकल है जो बॉडी में खुद ही बनता है और खाने के जरिए भी बॉडी में दाखिल होता है। डाइट में प्यूरीन से भरपूर फूड्स का सेवन करने से ये बॉडी में प्रवेश करता है।
महिलाओं और पुरुषों के सामान्य यूरिक एसिड की मात्रा अलग-अलग होती है। महिलाओं के 6 mg /dL से अधिक यूरिक एसिड का स्तर उन्हें परेशान करने लगता है जबकि पुरुषों में 7 mg / dL से अधिक होना खतरे का सबब बनता है। यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से शरीर में इसके क्रिस्टल बनने लगते हैं और जोड़ों के दर्द का कारण बनते हैं। यूरिक एसिड हाई होने से हाथ-पैरों की उंगलियों में तेज दर्द होता है और गाउट (gout) जैसी बीमारी का रूप ले लेता है। यूरिक एसिड का बड़ा हुआ स्तर किडनी की बीमारी जैसे किडनी की पथरी का कारण बनता है।
योग गुरु बाबा रामदेव के मुताबिक यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक नुस्खे बेहद असरदार साबित होते हैं। आयुर्वेद में युरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए असरदार जड़ी बूटियां मौजूद हैं जो यूरिक एसिड का स्तर 9mg/dL पार करने पर भी असानी से कंट्रोल कर सकती हैं। आइए जानते हैं कि यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए कौन-कौन सी जड़ी बूटियां असरदार हैं।
लौकी का जूस पिएं यूरिक एसिड कंट्रोल रहेगा:
जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो लौकी के जूस का सेवन करें। लौकी में विटामिन बी, विटामिन सी और आयरन जैसे कई पोषक तत्व पाएं जाते हैं जो सेहत के लिए अच्छे हैं और यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में भी असरदार हैं। एक ताजी लौकी को छील लें और फिर इसके छोटे छोटे टुकड़ें कर लें और मिक्सर ग्राइंडर में ब्लेंड कर लें। रोज सुबह खाली पेट इस जूस का सेवन तेजी से ज्वाइंट पेन और हड्डियों के दर्द और सूजन को दूर करेगा।
अलसी और तिल के लड्डू खाएं:
जिन लोगों का यूरिक एसिड का स्तर 5या 6 से उपर चला गया है तो ऐसे लोग अलसी और तिल के लड्डू का सेवन करें।अलसी के बीजों में ओमेगा 3 फैटी एसिड् होते हैं जो यूरिक एसिड के लेवल को कम करने में मददगार होते हैं। तिल में क्षारीय प्रकृति का गुण होता है जो पेट के एसिड को कम करता हें। अगर यूरिक एसिड का स्तर 9mg/dL तक रहता है तो अलसी और तिल के लड्डू खाएं।
गोखरू का पानी पिएं तेजी घटेगा यूरिक एसिड:
बाबा रामदेव के मुताबिक गोखरू का पानी यूरिक एसिड के स्तर को तेजी से घटाने में मददगार साबित होता है। गोखरू यूरिक एसिड लेवल को कम करने के लिए एक शक्तिशाली जड़ी बूटी है। यह सिर्फ यूरिक एसिड को ही कम नहीं करता बल्कि हाइपरॉक्सालुरिया की संभावना को भी कम करता है जिससे किडनी की पथरी हो सकती है। अगर आपकी बॉडी में यूरिक एसिड के क्रिस्टल जमा हो गए हैं तो आप गोखरू के पानी का सेवन करें सारे क्रिस्टल बॉडी से वॉश आउट हो जाएंगें।
गुग्गुल से करें यूरिक एसिड को कंट्रोल
गुग्गुल का सेवन यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करने में असरदार साबित होता है। इसका सेवन करने से जोड़ों और हड्डियों के दर्द को दूर किया जा सकता है। आयुर्वेद के मुताबिक गुग्गुल का सेवन जोड़ों के दर्द और सूजन को दूर करता है।