Happy Republic Day 2025: वाघा-अटारी बॉर्डर (Attari-Wagah border) भारत और पाकिस्तान के बीच का एक अहम जगह है। यहां हर रोज बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी (Beating Retreat Ceremony) का आयोजन होता है। वहीं, यहां 26 जनवरी को इस दिन विशेष तरीके का आयोजन होता है।

वाघा-अटारी बॉर्डर पर होता है बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी

वाघा-अटारी बॉर्डर पर होने वाले बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में भारत की सीमा सुरक्षा बल के जवान और पाकिस्तानी रेंजर्स के फोर्स एक साथ मिलकर इस सेरेमनी का आयोजन करते हैं। वहीं, हर रोज इस समारोह में हजारों की संख्या में पर्यटक भाग लेते हैं।

वाघा बॉर्डर क्यों प्रसिद्ध है?

भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित वाघा बॉर्डर भारत और पाकिस्तान की सीमा के बीच स्थित एक सीमा क्रॉसिंग है। जमीन मार्ग से यहीं से एक दूसरे जगह जाया जा सकता है।

कहां है वाघा-अटारी बॉर्डर?

वाघा-अटारी बॉर्डर ग्रांड ट्रंक रोड (GT Road) पर स्थित है। दरअसल, वाधा पाकिस्तान का एक गांव है और अटारी भारत का एक गांव है, जो अमृतसर से करीब 30 किलोमीटर दूर है। मालूम हो कि वाघा-अटारी बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट समारोह का आयोजन साल 1959 में शुरू हुआ और आज यह समारोह देश और दुनिया में काफी मशहूर हो गया है।

वाघा बॉर्डर की परेड कितने बजे होती है?

वाघा-अटारी बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट समारोह का आयोजन सर्दियों में शाम चार बजे और गर्मियों में शाम 5.15 बजे होता है। यहां प्रवेश करने का समय 2-3 बजे शुरू होता है और सीट पहले आओ और पहले पाओ के आधार पर मिलती है। इस जगह पर बीटिंग रिट्रीट समारोह का आयोजन दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग और सौहार्द का प्रतीक है।

दिल्ली से कैसे पहुंचे वाघा-अटारी बॉर्डर?

दिल्ली से आप आसानी से वाघा-अटारी बॉर्डर पर जाकर बीटिंग रिट्रीट समारोह का आनंद ले सकते हैं। इसके लिए आपको सबसे पहले अमृतसर जाना होगा। यहां आप बस, ट्रेन और हवाई मार्ग तीनों से पहुंच सकते हैं। इसके बाद आप यहां टैक्सी से आसानी से पहुंच सकते हैं। आगे पढ़िएः World Book Fair 2025: विश्व पुस्तक मेला का कब होगा आयोजन? मेट्रो स्टेशन से लेकर टिकट तक यहां पढ़ें हर एक अपडेट