उत्तर प्रदेश में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री हो गई है। ओवैसी अपने भाषणों में सत्तारूढ़ बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं। हाल ही में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि बीजेपी सरकार मुस्लिम और दलित विरोधी है, योगी के सीएम बनने के बाद मुसलमानों और दलितों के साथ नाइंसाफी हो रही है। साल 2017 के विधानसभा चुनावों में भी ओवैसी ने बहुत उम्मीदों के साथ अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ था।

विरोधी दल अक्सर असदुद्दीन ओवैसी पर पर्दे के पीछे से बीजेपी के लिए काम करने का आरोप लगाते हैं। यही वजह है कि एक कार्यक्रम में अंजना ओम कश्यप से भी उनसे ऐसा ही सवाल पूछा था। अब ये इंटरव्यू वायरल हो रहा है। इसमें अंजना ओम कश्यप सवाल करती हैं, ‘कहते हैं कि आप ही नरेंद्र मोदी और अमित शाह का एजेंडा आगे लेकर जाते हैं। आप बहुत गुस्सा भी हो गए थे इस सवाल पर, लेकिन आपसे ये सवाल तो पूछा जाना चाहिए।’

ये सवाल सुनने के बाद AIMIM चीफ काफी नाराज़ भी हो जाते हैं। वह कहते हैं, ‘हम कभी कोई सवाल नहीं घुमाते। हम अल्लाह से डरते हैं, मोदी से नहीं। मैं संविधान के तहत ही राजनीति करता हूं। आप लोगों को संविधान से परेशानी है। नरेंद्र मोदी ने गुजरात के दंगों में भड़काऊ भाषण नहीं दिया था तो उनके ऊपर क्यों केस दर्ज नहीं हुआ? हिंदुस्तान की सियासत में आंबेडकर जैसा राजनेता कोई नहीं आया। दरअसल डर तो आपको भी लगता है क्योंकि आपका चैनल ‘ब्लैक’ कर दिया जाएगा। सरकार की तरफ से आपको फोन आ जाएगा।’

योगी पर ओवैसी का जवाब: वरिष्ठ पत्रकार श्वेता सिंह ने एक अन्य इंटरव्यू में योगी से पूछा था, ‘योगी आदित्यनाथ ने मुस्लिम टोपी नहीं पहनी थी क्योंकि वो योगी हैं? क्या इसके बाद भी उन्हें मुस्लिम टोपी पहन लेनी चाहिए थी?’ इस सवाल पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था, ‘मैं वहां पर मौजूद होता तो कभी भी मुख्यमंत्री योगी आदित्नयाथ से मुस्लिम टोपी पहनने के लिए नहीं कहता। मैं तो सिर्फ इतनी मांग करता कि वो अपने प्रदेश के मुस्लिमों की रक्षा करें और जिनके भी साथ अन्याय हुआ है उन्हें न्याय दिलाएं। क्योंकि वैसे भी वो 70 सालों से इस देश के मुस्लिमों को टोपी पहना ही रहे हैं।’