बढ़ती उम्र के साथ बालों का सफ़ेद होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है लेकिन अगर कम उम्र में ही बाल सफेद होने लगें तो ये हमारे लिए चिंता का विषय बन सकती है। बालों के छोटी उम्र में ही सफ़ेद होने के कई वजह हो सकते हैं। सफेद बालों को कलर करके हम उन्हें काला बना सकते हैं लेकिन ये स्थाई इलाज नहीं है और उल्टा इससे बालों को नुकसान पहुंचता है। सफ़ेद होते बालों के कारण को जानकार इसका इलाज करना बेहद जरूरी है। इन कारणों से होते हैं कम उम्र में बाल सफेद-
विटामिन्स की कमी- विटामिन बी 6, बी 12, विटामिन डी और ई की कमी होने से असमय ही बाल सफेद होने लगते हैं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ ट्रिकॉलजी में 2016 में प्रकाशित एक स्टडी में यह देखा गया था कि 25 साल से कम उम्र के लोग जिनके बाल सफेद हो रहे थे, उनमें फेरिटिन, विटामीन बी 12 और अच्छे कोलेस्ट्रॉल की कमी थी।
आनुवांशिकता- इंडियन जर्नल ऑफ़ डर्माटोलॉजी में 2013 में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, असमय बालों का सफेद होना अधिकतर लोगों में आनुवांशिक होता है। अधिकतर एशियन लोगों में 24 वर्ष की उम्र में बाल सफेद होने का कारण जेनेटिक ही होता है।
बीमारियां- कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं जिनके होने से बाल असमय सफेद होने लगते हैं। कुछ ऑटोइम्यून बीमारियों के कारण शरीर में मेलानिन (जो बालों को रंग प्रदान करता है) बेहद कम हो जाता है जिससे बाल सफेद होने लगते हैं।
धूम्रपान करना- अमेरिकन एकेडमी ऑफ़ डर्माटोलॉजी के जर्नल में 2015 में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, युवा पुरुषों और स्त्रियों में बालों का सफ़ेद होना उनके धूम्रपान की आदत से जुड़ा है।
इसके अलावा बालों के सफेद होने का एक कारण तनाव भी है। बालों में रासायनिक रंगों और तरह- तरह के हेयर प्रोडक्ट्स का प्रयोग करना भी उन्हें असमय सफेद बनाता है।
ऐसे रोकें असमय बालों को सफेद होने से- अधिक मात्रा मे एंटीऑक्सिडेंट्स का सेवन करें- अधिक मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट्स युक्त फलों, सब्ज़ियों, ऑलिव ऑयल, मछली का सेवन करें। ये हमारे स्ट्रेस लेवल को कम करके बालों को सफेद होने से बचाते हैं।
धूम्रपान छोड़ दें- धूम्रपान से बालों का सफ़ेद होना सिद्ध हो चुका है इसलिए अगर आपको काले बालों की चाहत है तो धूम्रपान छोड़ दें। इसके अलावा कुछ प्राकृतिक तरीकों जैसे करी पत्ते, भृंगराज, आंवला आदि के पाउडर को बालों की जड़ों में लगाने से बाल काले होते हैं।

