आरामदायक जीवन-शैली और खराब खानपान कम उम्र में ही लोगों को गंभीर बीमारियों की गिरफ्त में धकेल रहा है। अनहेल्दी फूड लोगों को डायबिटीज जैसी क्रॉनिक बीमारी का शिकार बना रहे हैं। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसकी वजह से कई जानलेवा बीमारियों का जोखिम बढ़ने लगता है। डायबिटीज का असर हार्ट, किडनी, लंग्स और आंखों पर भी देखने को मिलता है।
डायबिटीज की बीमारी तब होती है जब पैन्क्रियाज में इन्सुलिन की कमी हो जाती है। पैंक्रियाज या तो इंसुलिन का उत्पादन करना कम कर देता है या फिर बंद कर देता है। इंसुलिन एक तरह का हार्मोन होता है, जो पाचन ग्रंथि से बनता है। ये खाने को एनर्जी में बदलता है। इससे ब्लड शुगर का लेवल कंट्रोल रहता है।
इंसुलिन का कम उत्पादन होने से खून में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है। आप भी डायबिटीज के मरीज हैं और डायबिटीज के जोखिम से बचना चाहते हैं तो किचन में मौजूद लौंग का सेवन करें। लौंग एक ऐसा गर्म मसाला है जो शुगर को तेजी से कंट्रोल करने में असरदार है। आइए जानते हैं कि लौंग कैसे शुगर को कंट्रोल करती है।
लौंग कैसे शुगर कंट्रोल करती है:
लौंग एक ऐसा मसाला है जो शुगर को कंट्रोल करने में बेहद असरदार साबित होता है। लौंग में मधुमेह विरोधी गुण होते हैं जो ग्लूकोज को कंट्रोल में असरदार साबित होते हैं। लौंग में मौजूद नाइजेरिसिन तत्व डायबिटीज के रोगियों में शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में असरदार साबित होता है। नाइजेरिसिन तत्व खून से अवशोषित करने के लिए कोशिकाओं की क्षमता और इंसुलिन का उत्पादन करने की क्षमता भी बढ़ाता है।
औषधीय गुणों से भरपूर लौंग सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। इसके सेवन से सर्दी, खांसी, सिरदर्द सहित कई बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है। डायबिटीज के मरीज लौंग का सीमित सेवन करके शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि डायबिटीज के मरीज कैसे लौंग का सेवन करें।
डायबिटीज के मरीज यूं करें लौंग का सेवन:
- डायबिटीज के मरीज लौंग का सेवन करने के लिए एक गिलास पानी में 8-10 लौंग को डाले और उन्हें उबालकर छान लें।
- लौंग को छानने के बाद पानी का गुनगुना सेवन करें डायबिटीज कंट्रोल रहेगी। जिन लोगों की शुगर हाई रहती है वो इस मसाले का लगातार तीन महीनों तक सेवन करें शुगर कंट्रोल रहेगी।