AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपना प्रचार अभियान तेज कर दिया है। हाल ही में असदुद्दीन ओवैसी ने पुलिस कस्टडी में हुई अल्ताफ का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा, ‘कोई हुडी की डोरी का इस्तेमाल करके 4-5 फीट ऊंचे नल से खुद को कैसे लटका सकत है? इस मामले में पुलिसकर्मियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए न कि सिर्फ निलंबन करके छोड़ देना चाहिए।’ आरोप-प्रत्यारोप के बीच असदुद्दीन ओवैसी का ‘आजतक’ के साथ एक पुराना इंटरव्यू वायरल हो रहा है।
वायरल हो रहे इंटरव्यू में असदुद्दीन ओवैसी से वरिष्ठ पत्रकार श्वेता सिंह सवाल करती हैं, ‘आपका ये कहने का क्या मतलब है कि हर बच्चा मुसलमान पैदा होता है?’ इसके जवाब में ओवैसी ने सफाई दी थी, ‘ऐसा मैंने इसलिए कहा क्योंकि ये मुसलमानों का ये धार्मिक विश्वास है कि हम किसी पर जोर-जबरदस्ती नहीं करते। मैंने ये बार-बार अपने भाषण में कहा है और आगे भी कहते रहेंगे। अगर आप आर्टिकल 15 पढ़ेंगे तो ये मुझे आजादी देता है कि मैं अपने धार्मिक विश्वास पर चलूं तो ये गलत और संविधान से बाहर कहां से हो गया।’
असदुद्दीन ओवैसी कहते हैं, ‘प्रवीण तोगड़िया की विचारधारा मुझसे से बिल्कुल अलग है। ऐसे भाषण देने के कारण मेरा भाई जेल तक में गया था। मेरे भाई ने सही कहा था या गलत कहा था तो मैं यहां बैठकर इसका फैसला नहीं कर सकता। तोगड़िया के खिलाफ कई राज्यों में केस दर्ज हुए थे, लेकिन उसकी किसी केस में गिरफ्तारी हुई क्या? मैं तो सबको कहता हूं कि आइए इस्लाम स्वीकार करिए, लेकिन मैं आपके ऊपर कभी भी जोर नहीं डालूंगा। लेकिन कानून के दायरे में ही ये सब काम करूंगा।’
योगी ने मुस्लिम टोपी क्यों नहीं पहनी? एक अन्य इंटरव्यू में ओवैसी से पूछा गया था, ‘योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में मुस्लिम टोपी पहनने से इनकार कर दिया था। अब क्योंकि वो एक योगी हैं तो क्या उन्हें वो मुस्लिम टोपी पहन लेनी चाहिए?’ इसके जवाब में उन्होंने कहा था, ‘मैं वहां मौजूद होता तो कभी योगी आदित्यनाथ को मुस्लिम टोपी पहनने के लिए नहीं देता। मैं उनसे कहता कि कासिम को बुलाकर गले लगा लीजिए। मुस्लिमों के खिलाफ पूरे प्रदेश में लगातार जुल्म हो रहे हैं, कृप्या इन्हें रोक दीजिए। क्योंकि 70 सालों से आप हमें टोपी तो पहना ही रहे हैं।’