उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी तैयारी शुरू कर दी है। पिछले चुनाव में साथ उतरी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस इस बार आमने-सामने नज़र आ रही है। अखिलेश यादव ने एक इंटरव्यू के दौरान साफ कर दिया था कि वह किसी भी बड़े दल के साथ गठबंधन नहीं करेंगे क्योंकि वो सीटें ज्यादा मांगते हैं। रणनीति के अनुसार, अखिलेश ने छोटे दलों के साथ गोलबंदी शुरू कर दी है। कांग्रेस से अलग होने के बाद मुलायम सिंह यादव का एक पुराना इंटरव्यू सामने आया है, जिसमें उनसे सोनिया गांधी को लेकर सवाल पूछे जाते हैं।
वरिष्ठ पत्रकार प्रभु चावला ने मुलायम सिंह यादव से सवाल पूछा था, ‘सोनिया गांधी ने आपको मुख्यमंत्री बनाने में मदद की थी। आपकी वजह से उस समय सोनिया गांधी प्रधानमंत्री नहीं बन पाईं। आपको लगता है कि आप उनकी कर्ज बाद में चुकाएंगे?’ इसके जवाब में उन्होंने कहा था, ‘सोनिया गांधी जी ने ये तो बहुत अच्छा कदम उठाया है। हमारी सरकार बनाने में उन्होंने सहयोग किया है। आगे का सवाल है तो ये आगे ही पता चल पाएगा कि कौन कितनी सीटें जीतकर आता है, उसके बाद ही हम फैसला करेंगे।’
मुलायम सिंह यादव ने आगे कहा था, ‘जब चुनाव के परिणाम सामने आ जाएंगे तो हम हिंदुस्तान में किसी को भ्रम में नहीं रहने देंगे। उसी समय हम लोग तय कर लेंगे कि क्या करना है। आपको जानकर ये हैरानी होगी कि हमने तो कल्याण सिंह जी से ये भी कह दिया था कि अगर आप सरकार बनाना चाहें तो बना लीजिए। हम मुख्यमंत्री नहीं बने थे, हमने तो कल्याण सिंह जी को भी ये ऑफर दिया था। हम प्रधानमंत्री बनने का सपना लेकर नहीं चलते। हमारी पार्टी तय करती है कि हम किसे प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं।’
राहुल गांधी का करेंगे समर्थन? एक अन्य इंटरव्यू में उनसे राहुल गांधी को लेकर भी ऐसा ही सवाल पूछा गया था। प्रभु चावला ने सवाल किया था, ‘राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए समर्थन करेंगे? राहुल को आप समझते हैं कि प्रधानमंत्री बनने लायक है?’ इसके जवाब में उन्होंने कहा था, ‘हम किसी को प्रधानमंत्री बनाने वाले कोई नहीं होते हैं। जहां तक राहुल को प्रधानमंत्री बनाने का सवाल है तो ये बात कांग्रेस पार्टी तय करे। अकेले हम तो राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बना नहीं सकते तो फिर हमसे ही ऐसे सवाल बार-बार क्यों पूछे जा रहे हैं?’