भारत की 16 आईसीसी महिला विश्व कप विजेताओं की अपने खेल के शिखर तक की यात्रा प्रेरणादायक और सशक्त है। जिन बाधाओं को उन्होंने पार किया, वे कई प्रकार की थीं, लिंग पूर्वाग्रह से लेकर सामाजिक-आर्थिक तंगी तक, सांस्कृतिक जकड़न से लेकर पूर्वाग्रही धारणाओं तक।