याचिका में बानू मुश्ताक को दिए गए निमंत्रण को चुनौती दी है। याचिका में कहा गया है कि उत्सव के शुभारंभ के अवसर पर चामुंडेश्वरी मंदिर के गर्भगृह में गैर-हिंदू ‘आगमिक पूजा’ नहीं कर सकते। बता दें, बानू मुश्ताक एक प्रसिद्ध लेखिका और बुकर पुरस्कार विजेता हैं।