टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने एक विस्फोटक खुलासा किया और बताया कि उनके बेटे युवी और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली कभी दोस्त नहीं रहे। साल 2019 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने वाले युवराज ने अपने करियर के आखिरी दिनों में कोहली की कप्तानी में खेले थे।
युवराज सिंह से लोग डरते थे
योगराज सिंह ने दावा किया कि उनके बेटे (युवराज सिंह) के आस-पास हमेशा कुछ ऐसे लोग मौजूद रहते थे जो इस बात से डरते थे कि युवराज कहीं उनकी जगह ले लेगा। इनसाइडस्पोर्ट के साथ बात करते हुए योगराज ने दावा किया कि जहां पर सफलता, शोहरत और पैसा शामिल हो वहां कोई दोस्त नहीं होता और उन्होंने युवराज सिंह को यह बात बताई थी। पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने दावा किया कि सचिन तेंदुलकर ही उनके बेटे के एकमात्र दोस्त थे।
जब योगराज से पूछा गया कि क्या कोहली भारतीय कप्तान रहते हुए युवराज की मदद कर सकते थे, तो योगराज ने कहा कि एमएस धोनी समेत सभी खिलाड़ी इस बात से डरते थे कि कहीं उनका बेटा उनकी जगह न छीन ले। योगराज ने आगे कहा कि जैसा कि मैंने आपको बताया सफलता, पैसा और शोहरत के क्षेत्र में कोई किसी का दोस्त नहीं होता। हमेशा पीठ में छुरा घोंपने वाले लोग होते हैं जो आपको नीचा दिखाना चाहते हैं।
योगराज ने कहा कि लोग युवराज सिंह से डरते थे क्योंकि उन्हें डर था कि वो उनकी सीट हड़प लेगा क्योंकि वो ईश्वर द्वारा बनाया गया एक महान खिलाड़ी था। वो दुनिया के महानतम खिलाड़ियों में से एक रहा है जिससे लोग डरते थे। एमएस धोनी से लेकर हर कोई और उनका सोचना था कि वो (युवराज) उनकी कुर्सी छीन सकता है।
आपको बता दें कि कैंसर से उबरने के बाद युवराज ने जब क्रिकेट में वापसी की तब विराट भारतीय टीम के कप्तान थे। उन्होंने 2017 में 11 वनडे और 2014 से 2017 के बीच 24 टी20 मैच खेले। कोहली की कप्तानी में उन्होंने केवल 3 टी20 और 11 वनडे मैच खेले। युवराज ने 2014 में विराट के साथ ड्रेसिंग रूम भी साझा किया था जब वह उस सीजन में आरसीबी का हिस्सा थे।