वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए पहली बार टीम इंडिया में चुने गए बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने एक लेटेस्ट इंटरव्यू में खुलासा किया है कि वह एक बार अजिंक्य रहाणे के गुस्से का शिकार हो चुके हैं। जायसवाल ने द लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में बताया है कि यह वाकया दलीप ट्रॉफी के एक मैच का है।
रहाणे ने भेज दिया था ग्राउंड से बाहर
यशस्वी ने बताया कि दलीप ट्रॉफी के एक मैच के दौरान वह वेस्ट जोन के कप्तान अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में खेल रहे थे। इसी मैच के दौरान उनकी विरोधी टीम के खिलाड़ी रवि तेजा से काफी बहस हो गई थी। यशस्वी उस वक्त 20 साल के थे। रहाणे ने इस दौरान यशस्वी को काफी समझाया था, लेकिन जब वह नहीं रूके तो रहाणे ने उन्हें ग्राउंड से बाहर भेज दिया था। यह घटना सितंबर 2022 की है। साउथ जोन और वेस्ट जोन के बीच मुकाबला था। रहाणे की इस खेल भावना के लिए बाद में सभी जगह तारीफ हुई थी।
मेंटली काफी अग्रेसिव हूं- जायसवाल
यशस्वी ने आगे कहा कि अब उन चीजों को याद करने से कोई फायदा नहीं, क्योंकि वह समय बीत चुका है। जायसवाल ने बताया कि मैं मानसिक रूप से काफी अग्रेसिव हूं। उस घटना के दौरान भी मैंने रवि को कुछ गलत नहीं कहा था, लेकिन उन्होंने मुझे कुछ ऐसी बातें बोल दी थी कि मैं खुद पर काबू नहीं रख पाया। जायसवाल ने कहा कि कभी-कभी ऐसी चीजें सामने आ जाती हैं।
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया ने की स्लेजिंग तो…
यशस्वी ने भविष्य में कभी होने वाली स्लेजिंग को लेकर कहा कि अगर कभी इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ स्लेजिंग हुई तो पहले तो खुद को शांत ही रखने की कोशिश करूंगा, लेकिन चीजें ज्यादा खराब हुई तो मैं जवाब दूंगा। यशस्वी ने कहा कि क्रिकेट किसी भी स्तर पर खेला जा रहा हो स्लेजिंग काफी आम होती है। उन्होंने बताया कि आईपीएल में भी स्लेजिंग होती है। यशस्वी ने कहा कि हर कोई स्लेजिंग का शिकार होता है और करता भी है।
‘मां-बहन को कोई कुछ कहेगा तो बर्दाश्त नहीं होगा’
यशस्वी जायसवाल ने आगे कहा कि वास्तव में अगर मेरे साथ स्लेजिंग हुई तो मेरा जवाब इस बात पर निर्भर करेगा कि सामने वाला क्या कह रहा है? कोई अगर मां-बहन को लेकर कुछ बोलेगा तो उसका जवाब तो दिया जाएगा, उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। आपको बता दें कि यशस्वी जायसवाल वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए पहली बार टीम इंडिया में चुने गए हैं। उन्होंने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया था। उससे पहले उन्होंने घरेलू क्रिकेट में रन बनाए थे।