भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने आज टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की कर ली है। खासतौर पर टेस्ट फॉर्मेट में जायसवाल ने अपनी बल्लेबाजी से काफी नाम कमाया है। जायसवाल भले ही टीम इंडिया के प्रमुख बल्लेबाजों में शामिल है लेकिन ऐसा समय था जब उन्हें खराब प्रदर्शन के कारण अंडर19 टीम से बाहर हो गए थे। उन्हें टीम से बाहर करने वाले कप्तान थे अग्नि चोपड़ा। वहीं अग्नि चोपड़ा जिन्होंने रणजी ट्रॉफी में रनों का अंबार लगाया हुआ है।
विधु विनोद चोपड़ा के बेटे हैं अग्नि
अग्नि चोपड़ा भारत के बड़े प्रोड्यूसर और निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा के बेटे हैं। इन दिनों वह रणजी ट्रॉफी में मिजोरम की ओर से खेल रहे हैं। वह रणजी ट्रॉफी में फिलहाल सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उनका औसत 104 तक पहुंच गया है। वह सिर्फ शतक पर शतक ही नहीं दोहरे शतक लगा रहे हैं। यही अग्नि चोपड़ा अंडर 19 के समय मुंबई टीम में यशस्वी जायसवाल के साथी थी।
अग्नि ने यशस्वी जायसवाल को किया था ड्रॉप
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अग्नि चोपड़ा ने हेविंग सेड दैट पॉडकास्ट में जायसवाल के बारे में बात करते हुए कहा, ‘यह एक बड़ी मजेदार कहानी है। मैंने एक समय पर जायसवाल को टीम से बाहर किया था। मैं पूरी तरह गलत नहीं था। मैं मुंबई अंडर 19 टीम का कप्तान था। वह चार मैच का टूर्नामेंट था। जायसवाल ने पहले तीन मैच में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था और इसी वजह से मैंने उन्हें टीम से बाहर किया।’
अग्नि को है दोस्त जायसवाल पर गर्व
अग्नि ने इससे पहले यशस्वी जायसवाल के संघर्षों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि गरीब पृष्ठभूमि से आने के बावजूद जायसवाल ने क्रिकेट में नाम बनाया और आज वह टीम इंडिया के ओपनर हैं जो कि बहुत बड़ी बात है। अग्नि ने कहा कि जायसवाल उनके करीबी दोस्तों में शामिल हैं। जब वह मुंबई की ओर से खेलते थे तो कई बार जायसवाल को उनके घर ड्रॉप कर देते थे। उन्हें आज गर्व होता है कि जायसवाल ने टीम इंडिया में जगह बनाई है और वह इतना कुछ हासिल कर चुके हैं।